केंदुआडीह में नवजात की मौत की जांच शुरू, ओटी में ही लेबर रूम देख नाराज हुए सीएस Dhanbad News
सीएस ने बताया कि क्लीनिक में ऑपरेशन थियेटर और लेबर रूप एक ही कक्ष में है जो गलत है। अस्पताल में मरीज को तीन तल्ले चढ़कर जाना पड़ता है। ऐसे में मरीजों का परेशानी होती है।
धनबाद, जेएनएन। केंदुआडीह शहरी सामुदायिक केंद्र में 11 नवंबर को भर्ती बैजनाथ पासवान की पत्नी गायत्री देवी के नवजात की मौत के मामले में सिविल सर्जन ने जांच शुरू कर दी है। गुरुवार को सिविल सर्जन डॉ. गोपाल दास ने मटकुरिया स्थित सुयश क्लीनिक पहुंचे। वहां गायत्री देवी के प्रसव के बारे में जानकारी ली।
सीएस ने पूछा कि जब स्वास्थ्य केंद्र से मरीज गायत्री देवी यहां पहुंची, तब उसकी क्या स्थिति थी। सीएस ने सीजर के वक्त एनेस्थिेसिया देने वाले डॉक्टर कौन थे? इसकी जानकारी मांगी, लेकिन क्लीनिक की ओर से जानकारी नहीं दी गयी।
बता दें कि रात भर गायत्री देवी केंद्र में भर्ती थी, जब सुबह सुयश क्लीनिक पहुंची, तब सीजर से मृत बच्चा पैदा हुआ था। परिजनों ने केंद्र के डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया था। जबकि केंद्र के डॉक्टरों ने सुयश क्लीनिक पर आरोप लगाया था।
ओटी में ही लेबर रूम
सीएस ने बताया कि क्लीनिक में ऑपरेशन थियेटर और लेबर रूप एक ही कक्ष में है, जो नियमानुसार गलत है। बताया कि अस्पताल में तीन तल्ले चढ़कर मरीज को जाना पड़ता है। ऐसे में गंभीर मरीज के लिए यह खतरनाक है। इसके बाद सीएस केंदुआडीह केंद्र गये। यहां पर मरीज के संबंधित जानकारी ली।