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निजीकरण की सुगबुगाहट से कोयला उद्योग में बेचैनी, मंत्रालय के खिलाफ इंटक ने खोला मोर्चा Dhanbad News

संघ के महासचिव एके झा ने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा सीएमपीडीआईल को कोल इंडिया लिमिटेड से अलग करने का निर्णय न तो राष्ट्रहित में है ना ही मजदूर हित में।

By mritunjayEdited By: Published: Tue, 30 Jul 2019 10:33 AM (IST)Updated: Tue, 30 Jul 2019 10:33 AM (IST)
निजीकरण की सुगबुगाहट से कोयला उद्योग में बेचैनी, मंत्रालय के खिलाफ इंटक ने खोला मोर्चा Dhanbad News
निजीकरण की सुगबुगाहट से कोयला उद्योग में बेचैनी, मंत्रालय के खिलाफ इंटक ने खोला मोर्चा Dhanbad News

धनबाद, जेएनएन। इंटक से संबद्ध राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर संघ  और राष्ट्रीय खान मजदूर फेडरेशन भाजपा सरकार के मजदूर विरोधी  निर्णय के खिलाफ शांति पूर्ण जनजागरण अभियान चलाएगा। 21 अगस्त को संघ के अध्यक्ष राजेन्द्र प्रसाद सिंह पूर्व मंत्री के नेतृत्व में बीसीसीएल मुख्यालय पर सत्याग्रह का निर्णय लिया है। बीसीसीएल के सीएमडी के माध्यम से देश के कोयला मंत्री को अपना निर्णय वापस लेने के लिए अपील करेगा। संघ के महासचिव एके झा ने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा सीएमपीडीआईल को कोल इंडिया लिमिटेड से अलग करने का निर्णय न तो राष्ट्रहित में है, ना तो मजदूर हित में है।

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भाजपा सरकार एसईसीएल बिलासपुर, एनसीएल सिंगरौली और एमसीएल ओडि़शा तीनों कंपनी को कोल इंडिया लिमिटेड से अलग करने का निर्णय लिया है। ऐसे में भाजपा सरकार कोल इंडिया लिमिटेड को पूरी तरह पूंजीपतियों के हाथ में सौंपना चाहती है। इससे देश के साढ़े तीन लाख स्थाई कोयला मजदूर परिवार और लगभग ढाई लाख आउटसोर्सिग और ठेका मजदूर प्रभावित होंगे। दूसरी ओर सीएमपीफ मुख्यालय में सारे सर्वर बद हैं। पेंशन पाने वाले कोयला मजदूर मानसिक, आर्थिक और शारीरिक पीड़ा के शिकार हो रहे हैं।

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