Tablighi Jamaat: ये इंडोनेशियाई जमाती बड़ी ढीठ हैं, क्वारंटाइन में बिरयानी के लिए दिखा रहे आंख
इंडोनेशियाई नागरिकों ने बाहर ही खाना रखने को कह दिया और जोर से दरवाजे को पटक कर अंदर से कुंडी लगा ली। पांच मिनट बाद एक नर्स पहुंचती हैं। खाने में बिरयानी की मांग करते हैं।
धनबाद, जेएनएन। कोरोना के खतरे को देखते हुए पीएमसीएच और सदर अस्पताल में आइसोलेशन और क्वारंटाइन वार्ड तो बनाया गया है लेकिन वहां भर्ती मरीज ही सुरक्षा के प्रति लापरवाह हैं। दोनों अस्पतालों में आइसोलेशन और क्वारंटाइन के लिए भर्ती कराए गए लोग बेखौफ बाहर घूमते हैं। शुक्रवार को जब दैनिक जागरण के संवाददाता मोहन गोप और छायाकार अमित सिन्हा ने वहां का जायजा लिया तो लापरवाही का अजीबोगरीब नजारा दिखा। आइए बताते हैं दोनों अस्पतालों का हाल।
दृश्य 1: पीएमसीएच का आइसोलेशन वार्ड
समय : दोपहर 12.55 बजे। आइसोलेशन वार्ड के पारा मेडिकल कर्मी 10 लोगों का खाना लेकर पहुंचे हैं। इंडोनेशियाई नागरिक को दरवाजा खोलने के लिए कहते हैं। काफ देर बाद इंडोनेशियाई नागरिक ने दरवाजा खोला। हिंदी जानते नहीं, लेकिन खाने को देखकर बिरयानी की मांग कर रहे हैं। कर्मी ने कहा अस्पताल का खाना है। इंडोनेशियाई नागरिकों ने बाहर ही खाना रखने को कह दिया और जोर से दरवाजे को पटक कर अंदर से कुंडी लगा ली। पांच मिनट बाद एक नर्स पहुंचती हैं। लेकिन उसकी ओर गुस्से में इंडोनेशियाई नागरिक देखते हैं। नर्स डर कर वहां से चली जाती है। बाहर रखा खाना यूं ही खराब हो जाता है। वार्ड के अंदर कोई शारीरिक दूरी का पालन नहीं हो रहा है। इंडोनेशियाई नागरिक कभी खिड़की के पास खड़े होते हैं, तो कभी दरवाजे पर। कभी बरामदे में। पीएमसीएच के आइसोलेशन वार्ड में गोविंदपुर की एक मस्जिद से तब्लीगी जमात से जुड़े 10 इंडोनेशियाई नागरिक को निकालकर रखा गया है। आइसोलेशन वार्ड के डॉक्टरों की मानें तो इनकी हरकतों से काफ परेशानी हो रही है। इन लोगों को खाने में बिरयानी चाहिए। अस्पताल का खाना अच्छा नहीं लग रहा है।
दृश्य दो : सदर अस्पताल, कोर्ट मोड
समय : 1.57 बजे। सदर अस्पताल के क्वारंटाइन वार्ड के बाहर बरामदे में कई लोग घूम रहे हैं। चेहरे पर मास्क लगा हुआ है। अधिकांश लोग एक दूसरे के साथ बैठे हैं। कोई शारीरिक दूरी का पालन नहीं। अधिकांश लोग बार-बार घर जाने को कह रहे हैं। वार्ड में बेड की जगह बाहर की सीढिय़ां पर घूम रहे हैं।
शहर के कई मस्जिदों से पकड़े गए ये संदिग्ध सदर अस्पताल में नियमों की धच्जियां उड़ा रहे हैं। डॉक्टर कर्मचारियों की किसी को परवाह नहीं। डॉक्टर और कर्मचारी उनकी हरकतों से काफ परेशान हैं। कुछ ऐसे भी संदिग्ध मरीज है जो शांत है और अपने वार्ड में हैं। फोटोग्राफर का कैमरा चमकता है। लोग इधर-ऊधर जाने लगते हैं। कुछ लोग कैमरा की ओर दौड़कर आने लगते हैं। अस्पताल के डॉक्टर भी इनसे परेशान हैं।
लगातार बढ़ रही संख्या : सिविल सर्जन डॉ. गोपाल दास की मानें तो तब्लीगी जमात से जुड़े लोगों को जांच के लिए सदर अस्पताल और पीएमसीएच लाया जा रहा है। पीएमसीएच के आइसोलेशन वार्ड में 10 इंडोनेशियाई नागरिक हैं। वहीं सदर अस्पताल में 83 संदिग्ध भर्ती हैं। हर दिन ऐसे लोगों की संख्या अस्पताल में बढ़ रही है। कुछ लोग बेहतर हैं तो कुछ असावधान।
अस्पाल प्रबंधन की परेशानी :-
सदर अस्पताल में भर्ती संदिग्धों में कई लोग परेशानी उत्पन्न कर रहे हैं। इसकी सूचना वरीय पदाधिकारी को दी गई है। अपने स्तर से भी लोगों को जागरूक करने की कोशिश की जा रही है। -डॉ. बिजेंद्र कुमार, प्रभारी सदर अस्पताल, धनबाद।
पीएमसीएच में भर्ती इंडोनेशियाई नागरिक परेशान कर रहे हैं। उन्हें अस्पताल का खाना अच्छा नहीं लग रहा है। अपने बेड पर भी नहीं रहते हैं। खाने में बिरयानी की मांग करते हैं। कर्मियों से ठीक से पेश नहीं आ रहे हैं। -डॉ. एके चौधरी, अधीक्षक, पीएमसीएच, धनबाद