Indian Railways: अब रेलवे अपने यात्रियों के लिए उपलब्ध करा रही मनोरंजन के साधन, सुरीले गाने सुनकर कर सकेंगे पैसेंजर ट्रेनों का सफर
ट्रेनें भले ही कम चल रही हैं और दूसरी बंद ट्रेनें कब चलेंगी इसका कोई ठिकाना भी नहीं है। पर इतना जरूर है कि रेलवे अब अपने यात्रियों को सफर के दौरान बोर होने नहीं देगी। पैसेंजर ट्रेनों के यात्री भी सफर के दौरान सुरीले गाने सुन सकेंगे।
धनबाद, जेएनएन : ट्रेनें भले ही कम चल रही हैं और दूसरी बंद ट्रेनें कब चलेंगी, इसका कोई ठिकाना भी नहीं है। पर इतना जरूर है कि रेलवे अब अपने यात्रियों को सफर के दौरान बोर होने नहीं देगी। पैसेंजर ट्रेनों के यात्री भी सफर के दौरान सुरीले गाने सुन सकेंगे। मधुर संगीत सुनते-सुनते उनका सफर कब कट जाएगा यह पता भी नहीं चलेगा। पूर्व रेलवे ने इसकी कवायद शुरू कर दी है। पहले चरण में हावड़ा डिविजन की कुछ चुनींदा ईएमयू पैसेंजर ट्रेनों में म्युज़िक सिस्टम लगाया जाएगा। रेलवे का यह प्रोजेक्ट ट्रायल बेसिस पर शुरू होगा। यात्रियों को पसंद आने और उनके पॉजिटिव फीडबैक के बाद दूसरी ट्रेनों में भी इसे शुरू किया जा सकता है।
पूर्व रेलवे की ओर से बताया गया है कि कोरोना काल में नौ-10 महीने से खड़ी ट्रेनों के कोच बदरंग हो गए थे। उन सभी ट्रेनों के कोच को पूरी तरह नया लुक देने की तैयारी शुरू की गई है।
यात्री डिब्बों को दिया जा रहा नया लुक
म्युजिक सिस्टम लगाने के साथ ही ईएमयू कोच को नया लुक दिया जाएगा। कोच के अंदर और बाहर का लुक पूरी तरह बदला जाएगा। अंदर स्थानीय कलाकृति के साथ स्वच्छ भारत अभियान को प्रेरित करने वाली पेंटिंग को दर्शाया जाएगा। इससे सफर के दौरान यात्री भी स्वच्छता के प्रति सजग रहेंगे।
बर्धमान-हटिया मेमू को भी मिल सकता है नया लुक
धनबाद होकर गुजरने वाली बर्धमान-हटिया मेमू भी हावड़ा डिविजन की ट्रेन है। झारखंड की राजधानी रांची और पचिम बंगाल की राजधानी हावड़ा (कोलकाता) को जोड़ने वाली ट्रेन को भी रेलवे नया लुक दे सकती है।