Indian Railways IRCTC: दो दिन बाद बजने लगेंगे बैंड, ट्रेनों का हाल जानने के लिए अतिथियों का बज रहा बाजा
विवाह की तिथियां दिसंबर के दूसरे सप्ताह तक है। ट्रेन नहीं चलने से शादियों में मेहमानों का आना अटक गया है और जिनके घर आ चुके हैं उनकी वापसी पर संकट की स्थिति है। रेल अधिकारी का कहना है कि परिस्थिति के अनुसार ही निर्णय लिया जा सकता है।
धनबाद, जेएनएन। अप्रैल, मई और जून 2020 में शादियों की 26 से ज्यादा तिथियां थीं। कोरोना की वजह से शादियों की तारीख आगे खिसक गईं। अब कई महीने बाद 25 नवंबर से शुभ लग्न की बेला आनेवाली है। इससे अप्रैल, मई और जून में ट्रेनों में होनेवाली भीड़ अब नवंबर-दिसंबर में दिखेगी। रेलवे ने ज्यादातर स्पेशल ट्रेनों को 30 नवंबर तक और कुछ को एक दिसंबर तक चलाने की घोषणा की है। इस कारण शादी-विवाह वाले घरों के लोग परेशान हैं।
विवाह की तिथियां दिसंबर के दूसरे सप्ताह तक है। ट्रेन नहीं चलने से शादियों में मेहमानों का आना अटक गया है और जिनके घर आ चुके हैं, उनकी वापसी पर संकट की स्थिति है। रेल अधिकारी का कहना है कि परिस्थिति के अनुसार ही स्पेशल ट्रेन के फेरे बढ़ाने का निर्णय लिया जा सकता है।
बुकिंग खुलते ही आरक्षण की मारामारी
जितनी भी ट्रेनें चल रही हैं, सभी फुल हैं। जैसे ही किसी नई ट्रेन की घोषणा के बाद टिकटों की बुकिंग शुरू हो रही है। चंद मिनटों में पूरी ट्रेन हाउसफुल हो जा रही है।
25 नवंबर से 15 दिसंबर के बीच के शुभ मुहूर्त
- नवंबर - 25 व 30
- दिसंबर - 1, 2, 7, 8, 9 व 11
ज्यादातर ट्रेनों में नो सीट, दुर्गियाना में आधे दिसंबर तक नो रूम
ट्रेन सीमित होने की वजह से ज्यादातर ट्रेनों में नवंबर-दिसंबर में खाली सीटें नहीं बची हैं। कुछ ऐसी भी ट्रेनें हैं जिनमें अब नो रूम की स्थिति है। यानी यात्रियों को अब उस ट्रेन में टिकट भी नहीं मिलेगा। धनबाद होकर गुजरने वाली कोलकाता अमृतसर दुर्गियाना एक्सप्रेस में लगभग पूरे दिसंबर तक सेकंड सीटिंग, स्लीपर और थर्ड एसी में नो रूम जैसी स्थिति है। पूर्वा और जोधपुर एक्सप्रेस समेत दूसरी ट्रेनों में अब कंफर्म सीट मिलना मुश्किल है।