Indian Railways: धनबाद से पीडीडीयू के बीच 58 ट्रेनें एलबीएच कोच के साथ चलेंगी, 30 मिनट पहले पहुंच जाएंगे यात्री
Indian Railways एलएचबी रैक युक्त ट्रेनों के परिचालन से 110 किमी के बदले 130 किमी प्रतिघंटा तक की गति से ट्रेनें चलने लगेंगी। अभी इस रेल खंड पर राजधानी की गति 130 किमी है।
धनबाद, जेएनएन। Indian Railways नियमित ट्रेनों के पटरी पर लौटते ही राजधानी, दुरंतो और सामान्य ट्रेनों का फर्क खत्म हो जाएगा। धनबाद होकर चलने वाली सभी 58 ट्रेनें राजधानी सरीखे एलएचबी कोच के साथ चलेंगी। इतना ही नहीं उनकी रफ्तार भी बढ़ जाएगी। अभी की तुलना में 30 मिनट पहले धनबाद से पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन पहुंचाएंगी।
रेलवे में बेहतर परिचालन के लिए रेलवे ट्रैक के नवीनीकरण एवं रख-रखाव के कार्य निरंतर जारी हैं। संरक्षा से जुड़े अन्य कार्यों को पूरा कर लिए जाने के बाद धनबाद के प्रधानखंता से पंडित दीन दयाल उपाध्याय स्टेशन के बीच अप और डाउन दोनों मार्ग पर ट्रेनों की सेक्शनल स्पीड में बढ़त की जा रही है। 412 किमी लंबे इस रेलखंड में एलएचबी रैक युक्त ट्रेनों का परिचालन 110 किमी के बदले 130 किमी प्रतिघंटा तक की गति से किया जा सकेगा। अभी इस रेलखंड पर 16 राजधानी व दुरंतो एक्सप्रेस ट्रेनों की गति सीमा 130 किमी प्रतिघंटा निर्धारित है।
पूर्व मध्य रेल ने ट्रैक के नवीकरण तथा इसके रख-रखाव पर विशेष ध्यान देते हुए कई महत्वपूर्ण काम किए। 12 से अधिक महत्वपूर्ण रेलखंडों में ट्रेनों की सेक्शनल स्पीड में बढ़ोत्तरी की गई है। इससे यात्री लाभान्वित होंगे।
-राजेश कुमार, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी, पूर्व मध्य रेल
सिर्फ सुपरफास्ट ट्रेनें एलएचबी की लिस्ट में, दून और जम्मूतवी नहीं
रेलवे ने धनबाद से खुलने और गुजरने वाली जिन ट्रेनों को एलएचबी कोच के साथ चलाने और रफ्तार बढ़ाने योजना बनाई है। उनमें केवल सुपरफास्ट ट्रेनें ही शामिल हैं। हावड़ा देहरादून एक्सप्रेस, कोलकाता जम्मूतवी एक्सप्रेस जैसी ट्रेन इस लिस्ट में शामिल नहीं है। धनबाद से खुलने वाली गंगा दामोदर एक्सप्रेस भी एलएचबी कोच से चलने वाली ट्रेनों की लिस्ट में नहीं है। रेलवे गंगा दामोदर एक्सप्रेस को उत्कृष्ट कोच का रूप दे चुकी है। संभवत: यही वजह है कि इस ट्रेन को एलएचबी की लिस्ट बाहर रखा गया है। हालांकि धनबाद रेल मंडल में सबसे पहले गंगा दामोदर एक्सप्रेस को ही एलएचबी बनाने की योजना थी।