India China Border News: भारत-चीन सीमा पर झारखंड के लाल कुंदन ओझा शहीद, नहीं देख सके 15 दिन पूर्व जन्मी बेटी का चेहरा
India China Border News लद्दाख में चीनी सैनिकों से हुई हिंसक झड़प में झारखंड के साहिबगंज से कुंदन कुमार ओझा शहीद हो गए। करीब सात साल से वे भारतीय सेना में कार्यरत थे।
साहिबगंज, जेएनएन। India China Border News लद्दाख में चीनी सैनिकों से हुई हिंसक झड़प में मुफस्सिल थाना क्षेत्र के डिहारी गांव के कुंदन कुमार ओझा शहीद हो गए। वे रविशंकर ओझा के तीन पुत्रों में दूसरे नंबर पर थे। करीब सात साल से भारतीय सेना में कार्यरत थे। मंगलवार की शाम परिजनों को उनकी शहादत की सूचना मिली। इसके बाद गांव में चीख-पुकार मच गई। करीब 15 दिन पूर्व ही कुंदन कुमार ओझा को पुत्री की प्राप्ति हुई थी।
करीब दो साल पूर्व कुंदन की शादी सुल्तानगंज के मिरहट्टी की नेहा के साथ हुई थी। कुंदन के बड़े भाई मुकेश कुमार ओझा धनबाद तो छोटे भाई कन्हैया ओझा गोड्डा में एक प्राइवेट कंपनी में कार्यरत हैं। मंगलवार को घटना की जानकारी मिलने के समय घर पर उनके माता-पिता के अलावा पत्नी व भाभी थीं। छोटे भाई की अभी शादी नहीं हुई है। कुंदन ने हाईस्कूल दुबौली से मैट्रिक तक की पढ़ाई की। इंटर साहिबगंज कॉलेज से किया।
कुंदन के पड़ोसी जय भगवान ओझा ने बताया कि वह तीन-चार माह पूर्व गांव आया था। परिजनों ने बताया कि वे 16 दानापुर रेजिमेंट के जवान थे। 2011 में रांची में भर्ती कैंप लगा था जिसमें कुंदन का चयन हुआ था। बताया जाता है कि पुत्री प्राप्ति की सूचना के बाद वह छुट्टी लेकर आने की तैयारी कर रहा था। पत्नी को फोन कर बताया था कि जल्द ही छुट्टी लेकर आएंगे तभी यह घटना हो गई।