बिजली ढा रही सितम, शेखी बघार रहे जीएम
धनबाद : बिजली धनबाद की जनता पर सितम ढा रही है। रात-रात भर बिजली गायब रहती और आम जनता रतजगा कर र
धनबाद : बिजली धनबाद की जनता पर सितम ढा रही है। रात-रात भर बिजली गायब रहती और आम जनता रतजगा कर रही है। दूसरी तरफ बिजली आपूर्ति के लिए जिम्मेवार झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (जेबीवीसीएल) धनबाद के महाप्रबंधक सुभाष सिंह समस्या का समाधान करने के बजाय शेखी बघार रहे हैं। उपायुक्त आंजनेयुलु दोड्डे ने शनिवार को धनबाद में निर्बाध विद्युतापूर्ति सुनिश्चित करने के लिए बैठक बुलाई तो महाप्रबंधक सुभाष सिंह गायब रहे। उन्होंने बैठक में अपने मातहत अधीक्षण अभियंता विनय कुमार को भेज साफ कर दिया कि वह समस्या के समाधान के प्रति कितने गंभीर हैं।
इस समय धनबाद गंभीर बिजली संकट का सामना कर रहा है। 10 से 15 घंटे बिजली कटना आम बात हो गई है। ब्रेकडाउन की स्थिति में 24-24 घंटे बिजली गुल रहती है। बिजली गुल रहने के कारण शहर को जल संकट का भी सामना करना पड़ रहा है। इसके विरोध में लोग सड़कों पर उतर रहे हैं। विधि व्यवस्था की समस्या खड़ी हो रही है। इसे गंभीरता से लेते हुए उपायुक्त ने शनिवार को समाहरणालय में झारखंड राज्य बिजली वितरण निगम लिमिटेड, डीवीसी और पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में बिजली वितरण निगम के महाप्रबंधक सुभाष सिंह गायब रहे। सिंह धनबाद में बिजली संकट के लिए आए दिन डीवीसी को जिम्मेवार ठहराते रहते हैं, लेकिन उपायुक्त द्वारा बुलाई गई बैठक में शामिल न होना साफ करता है कि वह समस्या के प्रति कितने गंभीर हैं। वह भी तब जब सिंह शनिवार को धनबाद में ही थे।
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डीसी का रैंक नीचे, क्यों जाऊं बैठक में : सुभाष सिंह
उपायुक्त द्वारा बुलाई गई बैठक में शामिल नहीं होने के सवाल पर महाप्रबंधक सुभाष सिंह ने कहा, मेरा रैंक उपायुक्त से ऊपर है। मैं बैठक में क्यों जाऊं। पता कर लीजिए किसका रैंक ऊपर है। मैं जिला प्रशासन के अधीन नहीं हूं। मैं झारखंड बिजली निगम लिमिटेड के अधीन हूं जो स्वतंत्र है।
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महाप्रबंधक बिजली समस्या के समाधान के प्रति गंभीरता नहीं दिखा रहे हैं। जब भी बैठक बुलाई जाती है वो नहीं आते हैं। उन्हें बुलाकर अच्छी तरह समझाऊंगा। साथ ही कार्रवाई के लिए सरकार को पत्र लिखा जाएगा।
आंजनेयुलु दोड्डे, डीसी, धनबाद