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PM Kisan Samman Nidhi: आयकर दाखिल करनेवालों ने भी किसान बन उठाया लाभ, वसूली के लिए धनबाद प्रशासन ने बनाया दबाव

धनबाद जिले में लगभग 85000 लाभुकों को इस योजना का लाभ दिया जा चुका है। वहीं पिछले तीन साल में 683 वैसे लाभुकों को इसका लाभ दिया गया है जो आयकर दाखिल करते हैं। जबकि इन्हें इस योजना का किसी भी तरह का लाभ नहीं दिया जा सकता।

By MritunjayEdited By: Published: Mon, 02 Aug 2021 06:47 AM (IST)Updated: Mon, 02 Aug 2021 11:57 AM (IST)
PM Kisan Samman Nidhi: आयकर दाखिल करनेवालों ने भी किसान बन उठाया लाभ, वसूली के लिए धनबाद प्रशासन ने बनाया दबाव
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत किसानों को मिलती आर्थिक मदद ( सांकेतिक फोटो)।

जागरण संवाददाता, धनबाद। राज्य मुख्यालय के निर्देश पर प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में गड़बड़ी की धनबाद में जांच कर रही टीम को कई चौंकानेवाली सूचनाएं मिली हैं। जिससे जांच अधिकारी भी सकते में आ गए हैं। जांच अधिकारियों की माने तो ऐसे लोगों को भी इस योजना का लाभ दे दिया गया है, जो इस योजना की पात्रता हेतू एक भी शर्त पूरी नहीं करते हैं। खासकर वैसे लोग जो पिछले कई सालों से आयकरदाता हैं या फिर पांच एकड़ से ज्यादा जमीन के मालिक हैं। वहीं इस योजना में वैसे प्रखंडों में ज्यादा गड़बडिय़ां सामने आ रही हैं जिनकी दूरी जिला मुख्यालय से कम है। ऐसे में जिला मुख्यालय में बैठे इस योजना से जुड़े अधिकारियों की मंशा संदेह के घेरे में आती दिख रही है।

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फिर होगी जमीन और दस्तावेज की जांच

इस योजना की जांच कर रही टीम की मानिटरिंग कर रहे अपर समाहर्ता श्यामनारायण राम ने बताया कि जांच के लिए राज्य सरकार के द्वारा भेजे गए एसओपी के आधार पर जांंच की जा रही है। जिसके अनुसार इस योजना के पिछले तीन साल के लाभुकों का भौतिक रुप से जांच किए जाने के अलावा योजना का लाभ के लिए आवेदन पत्र में दिए गए विवरणों की भी जांच की जानी है। इसलिए सभी अंचलाधिकारियों को पत्र लिख कर उनके क्षेत्राधिकार के तहत आनेवाले सभी लाभुकों के जमीन के दस्तावेज की फिर से जांच करने को कहा गया है।

धनबाद में 85 हजार को मिला लाभ

राम ने कहा कि जिले में लगभग 85000 लाभुकों को इस योजना का लाभ दिया जा चुका है। वहीं पिछले तीन साल में 683 वैसे लाभुकों को इसका लाभ दिया गया है, जो आयकर दाखिल करते हैं। जबकि इन्हें इस योजना का किसी भी तरह का लाभ नहीं दिया जा सकता। निर्देशों के आलोक में लाभुकों को तीन वर्गों में बांट कर जांच की जा रही है। जांच के दरम्यान 202021 वित्तिय वर्ष के लाभुकों में से 67 फीसद की जांच की जा चुकी है। जांच के दायरे में आनेवाले अपात्र लाभुकों को नोटिस भेजा जा रहा है। फिर उनसे रिकवरी की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। अपर समाहर्ता ने बताया कि अभी तक की जांच के अनुसार कुल 39 लाख 72 हजार रुपये की वसूली की जानी है। जो चेक या कैश के रूप में हो सकती है। इसके लिए एक अलग बैंक एकाउंट खोला गया है।

         प्रखंड-अपात्र लाभुक-वसूली की राशि

  • गोदिंदपुर 158 144 9.12
  • तोपचांची 135 129 8.90
  •  कतरास 128 110 7.52
  • निरसा 89 81 5.58
  •  टुंडी 65 58 3.64
  • बलियापुर 64 63 3.24
  •  धनबाद 32 23 1.02
  • पुर्वी टुंडी 12 12 0.70

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