15 वरीय शिक्षक बोले-हम प्रभारी नहीं शिक्षक ही बने रहना चाहते हैं
जिले के कई वरीय शिक्षक हाई स्कूल समेत उत्क्रमित उच्च विद्यालयों के प्रभारी नहीं बनना चाहते हैं। इन वरीय शिक्षकों का नाम विभाग की ओर से जारी सूची में शामिल है।
धनबाद : जिले के कई वरीय शिक्षक हाई स्कूल समेत उत्क्रमित उच्च विद्यालयों के प्रभारी नहीं बनना चाहते हैं। इन वरीय शिक्षकों का नाम विभाग की ओर से जारी सूची में शामिल है। सोमवार को दावा आपत्ति का अंतिम दिन था। इस दौरान 15 वरीय शिक्षकों ने प्रभारी नहीं बनने की बात विभाग को बताई। हाई स्कूलों समेत उत्क्रमित उच्च विद्यालयों में पांच साल का अनुभव नहीं रखने वाले प्रभारी प्रधानाध्यापकों को शिक्षा विभाग हटाने की तैयारी में है।
इन हाई स्कूलों तथा उत्क्रमित उच्च विद्यालयों में मध्य विद्यालयों के वरीय शिक्षकों को प्रभारी बनाया जाएगा। जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय में जिले में संचालित 111 हाई स्कूलों व प्लस टू स्कूलों के लिए प्रभारी प्रधानाध्यापकों की सूची जारी की गई थी। सूची में शामिल वरीय शिक्षकों के दावा-आपत्ति का आखिरी दिन था। जिन वरीय शिक्षकों ने प्रभारी नहीं बनने की बात विभाग को कही है, उनकी जगह अब दूसरे वरीय शिक्षकों की सूची विभाग जारी करेगा। वहीं विभाग के इस निर्णय के बाद जिले के 56 हाई स्कूलों तथा उत्क्रमित प्लस टू स्कूलों के प्रभारी बदल जाएंगे। हाई स्कूलों के प्रभारी प्रधानाध्यापक पद को लेकर अक्सर विवाद होता रहता है। राज्य मुख्यालय के निर्देश पर एकरूपता बनाए रखने के लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी प्रबला खेस ने यह कदम उठाया है। स्कूलों में प्रभारी के पीजीटी तथा टीजीटी के साथ पांच वर्ष का अनुभव नहीं रहने पर यह कदम विभाग ने उठाया है। जिले में केवल पांच हैं स्थाई प्रधानाध्यापक :
धनबाद में 111 हाई स्कूल संचालित है। इनमें से पांच स्कूलों में ही स्थाई हेड मास्टर कार्यरत हैं। प्लस टू गोविदपुर में दिनेश सिंह, उच्च विद्यालय लोयाबाद में सिद्धेश्वर मन्ना, उच्च विद्यालय धनबाद में राजेश कुमार, डीएवी उच्च विद्यालय झरिया में रामाकांत सिंह, बालिका उच्च विद्यालय गोमो तोपचांची में कांति सिंह स्थाई हेड मास्टर हैं।