तीसरी लहर में जिला प्रशासन की कास्ट कटिग, ना हेल्थ किट का वितरण न मरीजों को परिवहन की सुविधा
कोरोना वायरस की तीसरी लहर में एक ओर संक्रमित मरीजों अस्पतालों में भर्ती कराने का सिलसिला जारी है तो दूसरी ओर इस बार कई सुविधाएं मरीजों को नहीं मिल रही हैं।
धनबाद : कोरोना वायरस की तीसरी लहर में एक ओर संक्रमित मरीजों अस्पतालों में भर्ती कराने का सिलसिला जारी है, तो दूसरी ओर इस बार कई सुविधाएं मरीजों को नहीं मिल रही हैं। दरअसल, तीसरी लहर में जिला आपदा प्रबंधन और स्वास्थ्य विभाग कास्ट कटिग पर लगा हुआ है। अस्पताल में रह कर ठीक होने वाले मरीजों को हेल्थ किट दिया जाता था। वहीं मरीजों को एंबुलेंस उनके घर तक छोड़ा जाता था। लेकिन इस बार ऐसा कुछ भी नहीं हो रहा है। इसे लेकर ठीक होकर घर जाने वाले मरीजों में भारी नाराजगी है। हेल्थ किट में होती थी पौष्टिक आहार व दवाइयां :
मरीजों को दिए जाने वाला हेल्थ किट में विभिन्न प्रकार के पौष्टिक आहार और दवाइयां होती थीं। इसके साथ ही बुखार, ब्लड प्रेशर आदि जांच करने की मशीन भी होते थे। इसमें मल्टीविटामिन व कई मरीजों को आक्सीमीटर आदि भी रहता था। इसकी कीमत लगभग एक से दो हजार रुपये के बीच होती थी। लेकिन अब इसे जिला आपदा प्रबंधन विभाग और स्वास्थ्य विभाग ने बंद कर दिया है। परिवहन की भी नहीं मिल रही सुविधा : कोरोना की पहली व दूसरी लहर में अस्पताल से ठीक होने के बाद अपने घर जाने के लिए मरीजों को एंबुलेंस की सुविधा आपदा प्रबंधन विभाग देता था। लेकिन इस बार यह सुविधा भी मरीजों को नहीं मिल रही है। अस्पताल से ठीक होने वाले मरीजों को खुद से वाहन उपलब्ध कराने को कहा जा रहा है। ऐसे में मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।