जानिए, प्यार इकरार नहीं करने पर आशिक ने कैसे जलाकर ली किशोरी की जान
धनबाद पुलिस की शिथिलता के कारण नाबालिग को जलाकर मारने वाला आरोपित के हौसले बुलंद हैं। वह खुलेआम घूम रहा है। चार दिसंबर को घटना हुई पर आरोपित पकड़ा नहीं गया है।
धनबाद, जेएनएन। सिरफिरे आशिक की दरिंदगी की शिकार हुई 13 वर्षीय नाबालिग किशोरी की पीएमसीएच में इलाज के दौरान मौत हो गई। वह आठ दिनों तक पीएमसीएच में जिंदगी और मौत से जंग लड़ती रही। पुलिस को दिए फर्द बयान में उसने बताया कि मनईटांड़ निवासी 10 वीं कक्षा के छात्र नाबालिग किशोर ने उसे जलाकर मारने का प्रयास किया था। घटना के आठ दिन बीतने के बाद भी पुलिस आरोपित को पकड़ नहीं पाई है।
फर्द बयान में आठवीं कक्षा की इस छात्रा ने कहा था कि पहले वह मनईटांड़ में किराये के मकान में रहती थी। मकान मालिक का बेटा अक्सर उसके साथ छेड़खानी करता था। तंग आकर उसके परिजनों ने घर बदल लिया। वह धनबाद की हिल कॉलोनी में आकर रहने लगी। वहां भी उसके साथ किशोर आकर छेडख़ानी करता रहा।
घटना के दिन 8 दिसंबर को वह घर आ धमका। उस समय उसके माता-पिता लिलोरी स्थान पूजा के लिए थे। घर में वह और उसका भाई ही था। किशोर उसे अपने साथ चलने को कहने लगा। इन्कार किया तो पास में रखे मिट्टी के तेल को उस पर उड़ेल दिया और आग लगा दी। यह देख उसका भाई दौड़ा और उसे बचाने की कोशिश की। किसी प्रकार बुरी तरह झुलस गई पीडि़ता को पीएमसीएच लाया गया। वहां आठ दिन से उसका इलाज चल रहा था।
बेखौफ घूम रहा हत्यारा
धनबाद पुलिस की शिथिलता के कारण नाबालिग को जलाकर मारने वाला आरोपित के हौसले बुलंद हैं। वह खुलेआम घूम रहा है। चार दिसंबर को घटना हुई पर आरोपित पकड़ा नहीं गया है। पीडि़ता की मौत के बाद भी पुलिस की नींद नहीं टूटी है। धनबाद थाना प्रभारी अशोक सिंह का कहना है कि फर्द बयान पर मामला दर्ज कर लिया है। जल्द आरोपित को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।