कोरोना योद्धाओं का वेतन रुका तो होगी कार्रवाई, प्रधान सचिव ने सिविल सर्जन व PMCH को भेजा पत्र Dhanbad News
कोरोना काल में काम कर रहे तमाम डॉक्टर और कर्मियों का वेतन समय पर नहीं मिला तो संबंधित पदाधिकारियों पर कार्रवाई होगी। इसके लिए सरकार ने पहले से मद में राशि उपलब्ध करा दी है।
धनबाद, जेएनएन। वैश्विक महामारी कोरोना (Covid-19) काल में काम करने वाले कोरोना योद्धाओं (Corona Warriors) का वेतन समय पर नहीं मिलने संबंधित पदाधिकारियों पर कार्रवाई होगी। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के प्रधान सचिव डॉक्टर नितिन मदन कुलकर्णी ने इस बाबत सिविल सर्जन और पीएमसीएच को पत्र लिखा है। डॉ. कुलकर्णी ने पत्र के माध्यम से कहा है कि वैश्विक आपदा की इस घड़ी में किसी भी परिस्थिति में हमारे डॉक्टर और कर्मचारियों का वेतन नहीं रोकना है।
इसके लिए सरकार ने पहले से स्थापना मद में राशि उपलब्ध करा दी है। इसके बाद भी किसी भी स्वास्थ्य संस्थान में डॉक्टर और कर्मचारियों का वेतन नहीं मिलता है, तो संबंधित पदाधिकारी पर आपदा प्रबंधन अधिनियम और भारतीय दंड संहिता के अनुसार उनका कार्रवाई की जाएगी। पत्र आने के बाद सिविल सर्जन डॉ गोपाल दास ने तमाम चिकित्सा पदाधिकारियों को सूचित किया है। साथ ही किसी भी परिस्थिति में डॉक्टर और कर्मचारियों का वेतन नहीं रोकने को कहा है।
डॉक्टर व कर्मचारियों पर बड़ी जिम्मेवारी : सिविल सर्जन डॉक्टर गोपाल दास ने बताया कि कोरोना वायरस की इस महामारी में डॉक्टर और कर्मचारियों की भूमिका और बढ़ गई है। इसमें स्थाई के अलावा अनुबंध और आउटसोर्सिंग कर्मचारियों की सेवा ली जा रही। सभी लोग अपने स्तर से सेवा दे रहे हैं। ऐसे में निर्देश दिया जा रहा है कि वेतन समय पर मिलना चाहिए।
सदर व पीएमसीएच के कर्मचारियों को समय पर नहीं मिल रहा वेतन : सदर अस्पताल के लगभग 60 डॉक्टर और कर्मचारी और पीएमसीएच के 500 आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को समय पर वेतन नहीं मिल रहा है। इस वजह से कर्मचारियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पीएमसीएच के आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को महीने के 8 से 10 तारीख को वेतन मिलता है, लेकिन वेतन में काफी विलंब हो रहा है। 20 तारीख अमूमन पहुंच जा रहा है। कर्मचारियों ने इसकी शिकायत अधीक्षक से भी की थी।