कोयलांचल में हर दिन एक खुदकशी, चार करते प्रयास
धनबाद में इन दिनों खुदकशी की घटनाओं में काफी बढ़ोत्तरी हो गई है। छोटी-छोटी बातों में भी लोग जान दे रहे हैं।
जागरण संवाददाता, धनबाद: धनबाद में इन दिनों खुदकशी की घटनाओं में काफी बढ़ोत्तरी हो गई है। छोटी-छोटी बातों में भी लोग जान दे रहे हैं। खासकर किशोर व बच्चों द्वारा आत्महत्या के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। इसके अलावा पति-पत्नी के बीच विवाद के कारण भी खुदकशी के मामले सामने आ रहे हैं।
आंकड़ों की मानें तो धनबाद में हर दिन एक व्यक्ति खुदकशी कर रहा है। वहीं कम से कम चार लोग इसका प्रयास कर रहे हैं। शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों से भी खुदकशी की घटनाएं लगातार हो रही है। इस माह कोयलांचल में हुए कुछ प्रमुख खुदकशी के मामलों से आपको रूबरू कराते हैं।
डेढ़ साल के बेटे के साथ दे दी जान: बीते सप्ताह तोपचांची के टिंकू दास ने अपने डेढ़ साल के बेटे के साथ रेलवे पुल से ट्रेन के आगे छलांग कर जान दे दी। टिंकू ने पत्नी से विवाद में न सिर्फ खुद की जान ली बल्कि अपने डेढ़ साल के मासूम बेटे को भी साथ लेकर रेलवे पुल से कूद गया। दोनों की जान चली गई।
पिता ने डांटा तो लगा ली फांसी: भौंरा डुमरी के रहने वाले राजेश महतो के बेटे चंदन ने 7 जुलाई को फंदे से लटक कर जान दे दी। किसी बात को लेकर चंदन को उसके पिता डांट लगाई थी। इसी बात पर चंदन ने अपनी जिंदगी खत्म कर ली।
पत्नी से था विवाद, दे दी जान: नदखुरकी नीम धौड़ा निवासी नंदू छह जुलाई को घर में फांसी लगा ली। वह दिहाड़ी मजदूरी करता था। विवाद के कारण उसकी पत्नी छोड़कर उसे मायके चली गई थी। घर में अकेला रहता था। छह जुलाई को उसका शव फंदे से झूलता मिला।
इंटर की परीक्षा में फेल हुआ तो दे दी जान: महुदा के छत्रुटांड निवासी सनातन महतो के 18 साल के बेटे पंकज ने फांसी लगा ली। इस कारण वो तनाव में था।
छात्र-छात्राएं बन रहे तनाव का शिकार: परीक्षा में कम नंबर या फेल होने पर आत्महत्या करने वालों का प्रतिशत अधिक रहा है। बीते महीने कई परीक्षाओं के परिणाम जारी हुए। इन परीक्षाओं में फेल होने पर न सिर्फ शहर बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों से भी आत्महत्या करने की कई वारदातें हुई।