स्वास्थ्य विभाग का यह कैसा हाई अलर्ट ? पूजा में बिन सुई-दवाई चला पीएमसीएच Dhanbad News
इमरजेंसी में मामूली पैरासिटामाल टिटनेस सूई भी नहीं बची हैं। ऐसे में यहां आने वाले लोगों को भारी अव्यवस्था के बीच इलाज कराना पड़ा। लगभग एक सौ मरीजों को बाहर रेफर किया गया।
धनबाद, जेएनएन। दुर्गापूजा में धनबाद का सबसे बड़े अस्पताल पीएमसीएच में मरीजों को बाहर से दवा-सूई का इंतजाम करना पड़ा। यह तब हुआ जब विभाग ने पीएमसीएच को चार दिनों तक अलर्ट (सप्तमी से लेकर दशमी) घोषित कर दिया। इन चार दिनों में पीएमसीएच में 179 मरीजों को यहां भर्ती कराया गया। सबसे अधिक 55 मरीज नवमी के दिन भर्ती कराए गए। वहीं सप्तमी में 40, अष्टमी में 48 व दशमी में 36 मरीजों को इमरजेंसी में भर्ती कराया गया। इसमें सड़क दुर्घटना, जहर, आग से झुलसे, मारपीट, सर्पदंश आदि के मरीज शामिल हैं। सबसे अधिक सड़क दुर्घटना के हैं।
इधर, इमरजेंसी में मामूली पैरासिटामाल, टिटनेस, सूई भी नहीं बची हैं। ऐसे में यहां आने वाले लोगों को भारी अव्यवस्था के बीच इलाज कराना पड़ा। लगभग एक सौ मरीजों को बाहर रेफर किया गया।
सात माह पहले लिस्ट भेजी, अभी तक नहीं आई दवा : पीएमसीएच में लगभग सात माह (मार्च 2019) से दवा की किल्लत चल रही है। दुर्गापूजा में दवा उपलब्ध कराने की बात विभाग कही थी, लेकिन दवा नहीं आ पाई। ऐसे में लोगों निजी दवा दुकानों का रूख करना पड़ा। इस कारण इमरजेंसी में डॉक्टर व कर्मियों के साथ लोगों ने बकझक भी की।
नवमी-दशमी को एक मात्र बाहरी निजी दवा दुकान खुली, लगी लाइनः ऐसा पहली बार देखने को मिला कि बाहरी निजी दवा दुकान में भी लोगों को लंबी लाइन लगकर दवा खरीदनी पड़ी। दरअसल, इमरजेंसी में दवा नहीं होने के कारण नवमी व दशमी को लोगों को बाहर के दवा दुकान जाना पड़ा, लेकिन यहां पर भारी भीड़ थी। लोगों को लाइन में लगकर दवाइयां खरीदनी पड़ रही थीं।