कोविड-19 से निपटने में हेमंत सरकार फेल, जेब भरने को चल रहा ट्रांसफर-पोस्टिंग का खेल : भाजपा Giridih News
भाजपा नेताओं ने गत दिन हुई कांग्रेस नेता नरेंद्र सिन्हा की हुई मौत पर शोक व्यक्त किया। साथ ही स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल उठाया। कहा कि जनता चिकित्सा व्यवस्था से मर्माहत है।
धनबाद, जेएनएन। झारखंड में कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या और लचर स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर भाजपा ने हेमंत सरकार को आड़े हाथों लिया है। कोविड-19 को रोकने में विफल करार देते हुए भापाइयों ने सरकार पर कई आरोप भी लगाए हैं। शनिवार को भाजपा जिला कार्यालय में प्रेसवार्ता कर पार्टी नेताओं ने राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा।
जिलाध्यक्ष महादेव दूबे ने कहा कि राज्य की मौजूदा हालात पर यदि गंभीरता से गौर किया जाए तो यह कहना गलत नहीं होगा कि जनता एक-एक दिन को बिताने के लिए संघर्ष कर रही है, जबकि सरकार पूरे राज्य में ट्रांसफर-पोस्टिंग का गोरखधंधा चला कर अपनी जेब भरने में मस्त है। ऐसा प्रतीत होता है कि इसी कार्यकाल में अपने पुश्तों के लिए धन इक्ठा करने की होड़ लगी हो। राज्य में कोविड-19 के संक्रमितों की संख्या 10 हजार का आंकड़ा पार कर चुकी है। सरकार को इस महामारी से बचाव के उपाय करने चाहिए, जबकि मास्क नहीं पहनने के नाम पर कोविड-19 की आड़ में लूट मचा रखी है।
वक्ताओं ने कहा कि क्वारंटाइन सेंटर के नाम पर केवल खानापूर्ति की गई है। गिरिडीह के आइसोलेशन वार्ड की हालत इतनी गंभीर है कि वहां संक्रमित व्यक्ति स्वस्थ होने के बजाए कई और बीमारी के शिकार हो जाएंगे। संक्रमितों को घटिया पानी और भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। कोरोना के प्रति सरकार की असंवेदनशीलता और लापरवाही राज्य की जनता के लिए जानलेवा साबित हो रही है।
स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में हुई युवा कांग्रेस नेता की मौत : नेताओं ने गत दिन हुई कांग्रेस के प्रदेश प्रतिनिधि सह इंटक जिलाध्यक्ष नरेंद्र सिन्हा की हुई मौत पर शोक व्यक्त किया। साथ ही स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल उठाया। कहा कि जनता राज्य की चिकित्सा व्यवस्था से मर्माहत और आक्रोशित है। इलाज के अभाव में नरेंद्र सिन्हा की मौत हो जाती है, जबकि राज्य में कांग्रेस गठबंधन की सरकार है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री भी कांग्रेस से ही हैं। स्वास्थ्य विभाग के गैर-जिम्मेदाराना रवैए की वजह से गिरिडीह की जनता ने कांग्रेस के एक युवा और उभरता हुआ सामाजिक नेता खोया है। इस घटना से न केवल उनके परिजन आहत हैं, बल्कि पूरा जिला मर्माहत है। जिलाध्यक्ष ने सरकार की कड़ी भत्र्सना करते हुए जनता के प्रति संवेदनशील होने का आग्रह किया, ताकि राज्य की जनता इस मुश्किल घड़ी में सुरक्षित महसूस कर सके। मौके पर पूर्व विधायक प्रो. जयप्रकाश वर्मा के अलावा नुनूलाल मरांडी, सुरेंद्र बर्मन, नवीन सिन्हा, चुन्नूकांत, सुमित कुमार, सत्येंद्र कुमार आदि उपस्थित थे।