हड्डी-नस संबंधी दर्द के इलाज के लिए फिजियोथेरेपी सबसे बेहतर
धनबाद: नस, हड्डी और जोड़ों संबंधी बीमारियों की चिकित्सा में फिजियोथेरेपी की भूमिक
By Edited By: Published: Sat, 31 Mar 2018 08:37 AM (IST)Updated: Sat, 31 Mar 2018 10:15 AM (IST)
धनबाद: नस, हड्डी और जोड़ों संबंधी बीमारियों की चिकित्सा में फिजियोथेरेपी की भूमिका अब काफी बढ़ गई है। फिजियोथेरेपी की सहायता से अब बिना किसी साइड इफेक्ट के जोड़ों के जानलेवा दर्द से छुटकारा पाया जा सकता है। हड्डी और नस संबंधी दर्द से परेशान लोगों को दवा खाने के बजाय एक बार फिजियोथेरेपिस्ट का सहारा जरूर लेना चाहिए। धनबाद के प्रसिद्ध फिजियोथेरेपिस्ट डॉ. अरविंद कुमार सिंह ने जागरण के हैलो डॉक्टर कार्यक्रम में पाठकों को यह जानकारी दी। उन्होंने इस दौरान नस, हड्डी और जोड़ संबंधी बीमारियों से पीड़ित कई लोगों को फिजियोथेरेपी से उपचार की भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि फिजियोथेरेपी की सहायता से अब कई तरह के असहनीय दर्द को महज पांच मिनट में दूर किया सकता है। लोगों को जोड़ों और नस संबंधी दर्द की चिकित्सा में फिजियोथेरेपी का शुरुआत में ही सहारा लेना चाहिए। प्रारंभिक अवस्था में इलाज से बेहतर परिणाम मिलते हैं पर देरी से दिक्कत बढ़ जाती है। यहां प्रस्तुत है कुछ प्रमुख लोगों के सवाल और डॉ. अरविंद कुमार सिंह के जवाब। प्रश्न : गठिया की बीमारी से परेशान हूं। कैसे ठीक होगा? उत्तर : गठिया की चिकित्सा के लिए फिजियोथेरेपी ही सही है। बीमारी यदि प्रारंभिक अवस्था में है तो आइस और लेजर थेरेपी की सहायता से इसे काफी हद तक और बेहतर तरीके से नियंत्रित रखा जा सकता है। बीमारी यदि पुरानी भी हो गई है तो भी फिजियोथेरेपी की सहायता से इसे ठीक रखा जा सकता है। मरीज को परेशानी नहीं होगी। इसकी चिकित्सा के लिए मरीज को बिना देरी फिजियोथेरेपिस्ट की सहायता लेनी चाहिए। प्रश्न: मोटापा के कारण चलने-फिरने में परेशानी होती है। दर्द की समस्या भी अक्सर रहती है। यह कैसे ठीक होगा? उत्तर : फिजियोथेरेपी की सहायता से मोटापे पर काबू पाया जा सकता है। फिजियोथेरेपी की सहायता से किसी भी अंग की चर्बी को कम किया जा सकता है। इसकी सहायता से एक दिन में दो सौ ग्राम तक वजन कम किया जा सकता है। आप अपने नजदीकी फिजियोथेरेपिस्ट की सहायता लें। अवश्य लाभ होगा। ज्यादा तेल मसाले की चीजें खाने से परहेज करना चाहिए। इन चीजों के अत्याधिक प्रयोग से भी मोटापा बढ़ जाता है। प्रश्न : साइटिका से पीड़ित हूं। दवा से लेकर जड़ी-बूटी तक से इलाज कराया पर कोई लाभ नहीं हुआ। कैसे ठीक होगा? उत्तर : साइटिका को स्थायी रूप से ठीक करने के लिए फिजियोथेरेपी का सहारा लेना ही उचित होगा। यह जड़ी बूटी से ठीक नहीं होनेवाली बीमारी है। तत्काल भले कुछ आराम मिल जाए पर इसका असर लंबे समय तक नहीं रहता इसलिए फिजियोथेरेपी में ही इसका कारगर उपचार उपलब्ध है। बिना देर मरीज को इसकी चिकित्सा फिजियोथेरेपी से शुरू करा देनी चाहिए। प्रश्न : फिजियोथेरेपी की सहायता से किन-किन रोगों को ठीक किया जा सकता है? उत्तर : फिजियोथेरेपी की सहायता से हड्डी, नस और जोड़ों संबंधी दर्द की समस्या को दूर किया जा सकता है। इनमें कंधा, कमर और गर्दन का दर्द, गठिया, साइटिका, घुटने बदलने पर, पैरालाइसिस आदि की चिकित्सा में फिजियोथेरेपी प्रभावी है। प्रश्न : फिजियोथेरेपी से क्या फेसियल पाल्सी का भी उपचार संभव है? उत्तर : फिजियोथेरेपी की सहायता से फेसियल पाल्सी का शत-प्रतिशत इलाज किया जा सकता है। फिजियोथेरपी से इलाज से पीड़ित व्यक्ति पहले की स्वस्थ स्थिति में आ सकता है।
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