गुमनाम चिट्ठियों से स्वास्थ्यकर्मी हो रहे बदनाम, जानिए अंदरूनी कहानी
झारखंड राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के जिलाध्यक्ष रामरूप प्रसाद ने इसको लेकर मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है।
धनबाद, जेएनएन। गुमनाम चिट्ठियों ने धनबाद के स्वास्थ्य विभाग के कई कर्मचारियों की नींद उड़ा रखी है। आए दिन किसी न किसी स्वास्थ्यकर्मी पर संगीन आरोप लगाते हुए मुख्यालय को शिकायती चिट्ठियां भेजी जा रही है। सिविल सर्जन कार्यालय और स्वास्थ्य केंद्रों में कार्यरत एक दर्जन से अधिक कर्मियों के खिलाफ शिकायती चिट्ठियां भेजी जा चुकी है जिनमें से कुछ में जांच भी शुरू हो चुकी है। हालांकि कई मामलों में शिकायतकर्ता का पता नहीं चलने पर कर्मचारी संगठन ने मोर्चा खोल दिया है।
झारखंड राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के जिलाध्यक्ष रामरूप प्रसाद ने इसको लेकर मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने बताया है कि कुछ लोग साजिश के तहत स्वास्थ्यकर्मियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए शिकायत कर रहे हैं। ऐसा सिर्फ कर्मचारियों के भयादोहन के लिए किया जा रहा है। उन्होंने मामले की जांच कराने की मांग की है।
स्वास्थ्य विभाग में दो कर्मचारी संगठन सक्रिय हैं। दोनों संगठनों से जुड़े प्रमुख लोगों के खिलाफ मुख्यालय में शिकायती चिट्ठियां भेजी जा रही है। कुछ शिकायतें तो वास्तविक लोगों ने भेजे हैं लेकिन कई में शिकायत भेजनेवाले नहीं मिल पाए। इन्हीं को आधार बनाकर अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। माना जा रहा है कि यह कर्मियों के बीच अंदरुणी विवाद का परिणाम है।