Move to Jagran APP

सिंफर में खनन पर हुई चर्चा, राज्यपाल ने कहा- पर्यावरण को डैमेज कर रहा माइनिंग सेक्टर Dhanbad News

राज्यपाल शुक्रवार को केंद्रीय खनन एवं ईंधन अनुसंधान संस्थान (सिंफर) में खनन क्षेत्र में प्रगतियां (एआइएम-2020) विषय पर आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित कर रही थीं।

By Sagar SinghEdited By: Published: Fri, 14 Feb 2020 08:33 PM (IST)Updated: Fri, 14 Feb 2020 08:33 PM (IST)
सिंफर में खनन पर हुई चर्चा, राज्यपाल ने कहा- पर्यावरण को डैमेज कर रहा माइनिंग सेक्टर Dhanbad News
सिंफर में खनन पर हुई चर्चा, राज्यपाल ने कहा- पर्यावरण को डैमेज कर रहा माइनिंग सेक्टर Dhanbad News

धनबाद, जेएनएन। राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि माइनिंग सेक्टर के फायदे तो बहुत हैं, लेकिन इससे वातावरण को नुकसान भी पहुंचता है। यह इनवायरमेंट को डैमेज भी करता है। आसपास रहने वाले लोग इससे अधिक परेशान होते हैं। माइनिंग कंपनियां व सरकार अपने कार्यक्रम के माध्यम से वातावरण को हो रहे नुकसान को कम करने की अपने स्तर से लगातर पहल करते हैं। पर्यावरण को नुकसान न हो, इसके लिए उद्योगों को बहुत ही सावधानी बरतने की आवश्यकता है। वातावरण व लोग इससे प्रभावित न हों।

loksabha election banner

राज्यपाल शुक्रवार को केंद्रीय खनन एवं ईंधन अनुसंधान संस्थान (सिंफर) में खनन क्षेत्र में प्रगतियां (एआइएम-2020) विषय पर आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित कर रही थीं। राज्यपाल ने कहा कि झारखंड में प्रचुर मात्रा में खनिज संपदा है। यहां के अधिकतर लोग खनन पर निर्भर करते हैं। खनन से पर्यावरण को क्षति न पहुंचे इसका विशेष रूप से ध्यान देना है। माइनिंग के क्षेत्र में एडवांस टेक्नोलॉजी को लेकर यह राष्ट्रीय सम्मेलन कई मायनों में महत्वपूर्ण साबित होगा। इससे भारत को खनन क्षेत्रों में उत्कृष्ट परिणाम मिलेगा।

74 वर्षों से बेहतर काम कर रही सिम्फर : द्रौपदी मुर्मू ने कहा ने कहा कि यह गर्व की बात है कि सिम्फर माइनिंग और शोध के क्षेत्र में एक प्रतिष्ठित संस्थान है। पिछले 74 वर्षों से यह संस्थान कार्य कर रही है। माइनिंग, फ्यूल और एलाइड इंडस्ट्रीज के क्षेत्रों में नई तकनीक की खोज की है। माइनिंग थीम पर आयोजित किया गया यह सेमिनार के लिए धनबाद आदर्श स्थान है।

झारखंडी मिट्टी की आत्मा है आदिवासी, इन्हें भी विकास से जोड़ें : राज्यपाल ने कहा झारखंडी मिट्टी की आत्मा हैं आदिवासी। खनन करने के दौरान इनका ख्याल रखें। खनन से वे प्रभावित न हों। इसे अनदेखा नहीं किया जाना चाहिए और इन्हें भी विकास से जोडऩा चाहिए। खनन मामले में आदिवासियों के समक्ष विस्थापन की भी समस्याएं आ रही है। उनके  पुनर्वास की भी व्यवस्था हो, इसके लिए माइनिंग के साथ-साथ खनन कंपनियों को इसपर ध्यान देने की आवश्यकता है। अपने चार साल के कार्यकाल में बहुत से विस्थापितों ने अपनी समस्याएं मेरे समक्ष रखी। सही मायने में विस्थापितों को पुनर्वास का लाभ नही मिल पाया है। इस सम्मेलन में इस अहम मुद्दे पर भी विचार किया जाना चाहिए।

राज्यपाल को दिया गया गार्ड ऑफ ऑनर : सिम्फर के दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट से बरवाअड्डा हवाई पट्टी पहुंची राज्यपाल को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। हेलीकॉप्टर से उतरने के बाद उपायुक्त अमित कुमार, वरीय पुलिस अधीक्षक किशोर कौशल तथा सिम्फर निदेशक डॉ पीके सिंह ने पुष्पगुच्छ देकर राज्यपाल का स्वागत किया। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.