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मछली पालन में हैं बड़े फायदे, सरकार दे रही मोटरसाइकिल, सफल मत्‍स्‍य पालकों को मिलेगा सम्मान भी

जिला मत्स्य विभाग की ओर से बेरोजगार युवक-युवतियों के लिए स्वरोजगार के द्वार खोले गए हैं तो दूसरी और प्रगतिशील मत्स्य पालकों को सम्मानित करने का सरकार ने फैसला लिया है। बेरोजगार युवक-युवतियों के लिए महा झींगा पालन की योजनाएं लाई गई है।

By Deepak Kumar PandeyEdited By: Published: Sat, 06 Aug 2022 11:02 AM (IST)Updated: Sat, 06 Aug 2022 11:02 AM (IST)
मछली पालन में हैं बड़े फायदे, सरकार दे रही मोटरसाइकिल, सफल मत्‍स्‍य पालकों को मिलेगा सम्मान भी
सरकार की ओर से मोबाइल फोन रिचार्ज करने के लिए पांच सौ रुपये अतिरिक्‍त दिए जाएंगे।

जागरण संवाददाता, धनबाद: जिला मत्स्य विभाग की ओर से बेरोजगार युवक-युवतियों के लिए स्वरोजगार के द्वार खोले गए हैं, तो दूसरी और प्रगतिशील मत्स्य पालकों को सम्मानित करने का सरकार ने फैसला लिया है। बेरोजगार युवक-युवतियों के लिए महा झींगा पालन की योजनाएं लाई गई है। इसमें लाभुक के पास कम से कम 1 एकड़ निजी तलाब होना जरूरी है। इस पर सरकार एक लाख 12 हजार रुपये प्रोत्साहन राशि दे रही है, जबकि लाभुकों 48 हजार रुपए लगाने हैं। महा झींगा पालन के लिए सरकार की ओर से जल्द प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके अलावा किसानों को सरकार की ओर से वर्ष में एक बार मोबाइल फोन रिचार्ज करने के लिए पांच सौ रुपये अतिरिक्‍त दिए जाएंगे।

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जिले के उत्कृष्ट मत्स्य पालक को मिलेगी मोटरसाइकिल, दिया जाएगा सम्मान

जिले में मछली पालन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को सरकार सम्मानित करेगी। इसके लिए प्रत्येक मत्स्य पालक को 30 हजार रुपये बतौर पुरस्कार राशि देने की घोषणा सरकार ने की है। धनबाद से लगभग चार मत्स्य पालकों को चयन करके यह पुरस्कार राशि दी जाएगी। वहीं बेहतर काम करने वाले मत्स्य पालकों को मोटर साइकिल अथवा मोपेड दी जाएगी। लंबे समय तक मछलियों को रखने के लिए मत्स्य पालकों को डीप फ्रीजर भी दिया जाएगा।

रंगीन मछली पालन में भी अवसर

धनबाद के जिला मत्स्य पदाधिकारी मुजाहिद अंसारी ने बताया कि रंगीन मछली पालन में भी बेरोजगार युवतियां अपना कॅरियर बना सकते हैं। रंगीन मछली पालन में लाभुक के तौर पर खासकर महिलाओं को आमंत्रित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि फिलहाल बंगाल से काफी संख्या में रंगीन मछली धनबाद और झारखंड में आती है, लेकिन अब सरकार कोशिश कर रही है राज्य में ही रंगीन मछली पालन का उत्पादन शुरू किया जाए। इसके लिए 10 महिलाओं का समूह बनाकर भी आवेदन किया जा सकता है।


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