सूरज की मौत के बाद से ही नेपाल में छिपकर रह रहा है गोधर निवासी राजेश चौहान
राजेश चौहान को पुलिस पिछले दो सालों से ढूढ़ रही है, पर वह नेपाल में है। रिकवरी एजेंट उपेंद्र सिंह पर गोली चलाने के मामले में बैंकमोड़ पुलिस ने राजेश चौहान का घर कुर्क किया है।
जागरण संवाददाता, धनबाद: गोधर निवासी राजेश चौहान को पुलिस पिछले दो सालों से ढूढ़ रही है, पर वह नेपाल में है। ऐसी जानकारी पुलिस सूत्रों से मिली है। रिकवरी एजेंट उपेंद्र सिंह पर गोली चलाने के मामले में बुधवार को ही बैंकमोड़ पुलिस ने राजेश चौहान के घर कुर्की जब्ती किया है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार राजेश चौहान के खिलाफ पुटकी, लोयाबाद, बैंकमोड़ में आठ आपराधिक मामले दर्ज हैं। उपरोक्त थाने की पुलिस पिछले कई महीनों से राजेश चौहान को ढूढ़ रही है। राजेश चौहान सूरज सिंह गैंग के लिए काम करता था, लेकिन वर्तमान में गैंग्स ऑफ वासेपुर से जुड़ा हुआ है। यह दावा धनबाद पुलिस भी कर रही है। सूरज सिंह का दाहिना होने के कारण राजेश के खिलाफ रंगदारी व गोली चलाने के आठ मामले जिले के विभिन्न थानों में पूर्व से लंबित है। तीन साल पूर्व सूरज गैंग जिला पुलिस के लिए सिरदर्द बना था। विभिन्न आउटसोर्सिंग कंपनी से गैंग ने रंगदारी वसूली के चक्कर में कई बार गोलीबारी की थी। यहां तक की पुलिस पार्टी पर भी फायङ्क्षरग का आरोप राजेश पर है।
सूरज सिंह व राजेश चौहान को पकडऩे के लिए पुलिस ने काफी मशक्कत किया है। लेकिन गिरफ्त में नहीं आया। बाद में पुलिस ने दूसरे राज्य में सूरज सिंह की बीमारी से मौत हो जाने का दावा किया। इधर सूरज की मौत के बाद राजेश धनबाद छोड़कर फरार हो गया। कुछ दिनों तक वह बाहर रहा, इसके बाद वापस धनबाद लौटा और वासेपुर गैंग्स के लोगों से संपर्क कर काम शुरू कर दिया है। राजेश चौहान के खिलाफ लोयाबाद, पुटकी, बैंकमोड़ में तकरीबन आठ आपराधिक मामले दर्ज हैं। वर्तमान में पुलिस दबिश के कारण वह धनबाद छोड़कर नेपाल में रह रहा है।
इधर, पुलिस ने अब राजेश चौहान को फरार घोषित कर उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। फिलहाल राजेश चौहान के घर की कुर्की बैंकमोड़ थाने के एक मामले में हुई, लेकिन अब पुलिस विभिन्न थानों के मामले में भी उसके खिलाफ कार्रवाई शुरू करने जा रही है।