उग्र महिलाओं ने की अलकडीहा ओपी प्रभारी की पिटाई, लगाया यह गंदा आरोप Dhanbad News
ओपी प्रभारी और दोनों गार्ड को बंधक बना लिया। काफी संख्या में गांव की महिलाएं भी आ गईं। छेड़खानी की बात सुनते ही उनका गुस्सा बढ़ गया।
अलकडीहा, जेएनएन। सुरुंगा की महिलाओं ने शुक्रवार की शाम कुम्हारटोला बस्ती पहुंचे अलकडीहा ओपी प्रभारी और दो पुलिस कर्मियों को पीट दिया। उन पर अवैध वसूली और छेड़खानी का आरोप लगाया। करीब दो घंटे तक ग्रामीण पुलिस टीम को बंधक बनाए रहे। इस बीच वहां पहुंचे समझदार लोगों ने ग्रामीणों को समझाकर पुलिस टीम को मुक्त कराया। हालांकि ओपी प्रभारी ने मारपीट की घटना से इन्कार कर कहा है कि साइकिलों पर कोयला ले जा रहे चोरों को पकड़ा था। वहां मौजूद महिलाओं ने उन्हें छुड़ाने के लिए गश्ती गाड़ी को घेर लिया था। महिलाओं का आक्रोश देख उन लोगों को छोडऩा पड़ा।
स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि अलकडीहा क्षेत्र में अवैध कोयले के धंधेबाजों से ओपी प्रभारी खुद वसूली करने आते हैं। इस कारण कुछ मातहत जवानों के साथ भी उनका विवाद है। वे साइकिल व मोटरसाइकिल से कोयला तस्करी करनेवालों से महीना व साप्ताहिक वसूली करते हैं। अक्सर उनको वाहनों के साथ पकड़कर ले जाते हैं और बाद में दो से पांच हजार तक लेकर छोड़ते हैं, जबकि उन्हें चोरों पर कार्रवाई करनी चाहिए। प्रभारी के वसूली करने के कारण इलाके में चोरों को साम्राज्य हो गया है। शुक्रवार को वे गश्ती वाहन से अपने दो गार्ड के साथ आए। सात साइकिलों को पकड़ लिया। दो-दो हजार देने का दबाव बनाया। इस बीच कुछ महिलाएं पहुंच गईं जो शौच को उधर गई थीं। पुलिस टीम ने उनके साथ अभद्रता करते हुए छेडख़ानी शुरू कर दी। बस उन्होंने शोर मचाया तो भीड़ इकट्ठी हो गई। ओपी प्रभारी और दोनों गार्ड को बंधक बना लिया। काफी संख्या में गांव की महिलाएं भी आ गईं। छेड़खानी की बात सुनते ही उनका गुस्सा बढ़ गया। बजरंगबली मंदिर के समीप प्रभारी व दोनों गार्ड की पिटाई शुरू कर दी। ग्रामीण एसपी को बुलाने की मांग इस दौरान की गई। तब तक क्षेत्र के बुद्धिजीवियों ने समझ उन्हें शांत कराया। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस बदले की कार्रवाई कर सकती है इसलिए पारंपरिक हथियारों के साथ पहरेदारी कर रहे हैं।
जांच करें आला अधिकारी, सच्चाई सामने आएगी : ग्रामीणों का कहना है कि अलकडीहा ओपी क्षेत्र के किसी इलाके में जाएं साइकिल ही नहीं बड़े वाहनों से भी कोयला चोरी होते दिखेगी। अवैध खनन भी होता है। आला अधिकारी स्थानीय पुलिस से पूछे कि अब तक कितनों को न्यायिक हिरासत में भेजा। सच्चाई सामने आ जाएगी।
चार साल पहले भी एक पुलिस अधिकारी की हुई थी पिटाई : ग्रामीणों ने बताया कि चार वर्ष पूर्व अलकडीहा ओपी के पुलिस अधिकारी कामेश्वर की ऐसी ही हरकत के कारण ग्रामीणों ने बंधक बनाकर पिटाई की थी।
- अलकडीहा ओपी प्रभारी के साथ सुरुंगा में ग्रामीण महिलाओं की ओर से छेडख़ानी को लेकर मारपीट की घटना नहीं हुई है। मामला कोयला चोरी से जुड़ा है। कोयला चोरों की साइकिल पकड़ी गई थी। उसको छुड़ाने के लिए पुलिस के साथ ग्रामीणों का विवाद हुआ है। मामले की जांच कर कार्रवाई करेंगे।
-अजीत कुमार सिन्हा, डीएसपी सिंदरी