गांव के बिजली उपभोक्ताओं को लगा मीटर का झटका, अब 110 से नहीं चलेगा काम
अब तक ये उपभोक्ता प्रति माह बिजली विभाग को 110 रुपये फिक्स बिल का भुगतान करते थे। फिक्स की व्यवस्था समाप्त कर दी गई है।
धनबाद, जेएनएन। झारखंड के ग्रामीण क्षेत्र के लाखों बिजली उपभोक्ताओं को जोर का झटका लगा है। अब उन्हें घर में बिजली का मीटर लगाना होगा। ऑन स्पॉट बिलिंग होगी। इस आधार पर बिजली बिल भुगतान करना होगा। ऊर्जा विकास निगम ने ग्रामीण इलाकों में फिक्स्ड बिजली बिल पर पूर्ण रूप से रोक लगाने का आदेश जारी कर दिया है।
केंद्र सरकार ने गांव-गांव में बिजली पहुंचाने के बाद बिलिंग और बिल भुगतान की व्यवस्था कायम करने में जुट गई है। झारखंड राज्य बिजली वितरण निगम लिमिटेड ने ग्रामीण क्षेत्र के सभी उपभोक्ताओं के घरों में मीटर लगाने का निर्णय लिया है। इस निर्णय पर अमल शुरू कर दिया गया है। धनबाद के ग्रामीण क्षेत्र के उपभोक्ताओं के घरों में बिजली मीटर लगाया जा रहा है। अब तक ये उपभोक्ता प्रति माह बिजली विभाग को 110 रुपये फिक्स बिल का भुगतान करते थे। फिक्स की व्यवस्था समाप्त कर दी गई है। साथ ही मीटर नहीं लगने तक उपभोक्ताओं को 110 रुपये प्रतिमाह के स्थान 250 रुपये भुगतान करना होगा।
लोड जांच के आधार पर लगेगा मीटरः बिजली वितरण निगम के मुताबिक ग्रामीण क्षेत्र के उपभोक्ताओं के घरों में लोड की भी जांच की जाएगी। ऑन स्पॉट बिलिंग करने वाले ऊर्जा मित्रों को ही यह जिम्मेवारी दी गई है। जिनके घरों में बिजली का लोड ज्यादा है, उन्हें अब उसके हिसाब से मीटर लगवाना होगा। अब तक ग्रामीण उपभोक्ताओं से फिक्स्ड बिल के रूप में 110 रुपए हर माह लिए जाते हैं। हालांकि अधिकतर घरों में इससे काफी ज्यादा की बिजली खर्च होती है।
ऊर्जा विकास निगम ने ग्रामीण इलाकों में फिक्स्ड बिजली बिल पर पूर्ण रूप से रोक लगाने का आदेश जारी कर दिया है। उपभोक्ता जितनी बिजली खर्च करेंगे, उतना का बिल भुगतान करना होगा। इसके लिए सभी उपभोक्ताओं के घरों में मीटर लगेगा। अगले माह से ग्रामीण क्षेत्र में भी ऑन स्पॉट बिलिंग होगी।