धोखाधड़ी में फंसीं महिलाओं ने प्रखंड कार्यालय पर दिया धरना
माइक्रोफाइनेंस कंपनियों की धोखाधड़ी में फंसकर कर्जदार बन बैठीं महिलाओं ने सोमवार को प्रदर्शन किया।
संस, पूर्वी टुंडी : विभिन्न माइक्रोफाइनेंस कंपनियों की धोखाधड़ी में फंसकर कर्जदार बन बैठीं सैकड़ों महिलाओं ने सोमवार को झाविमो जिला अध्यक्ष ज्ञान रंजन सिन्हा व आदिवासी नेता मंगल सोरेन के नेतृत्व में पूर्वी टुंडी प्रखंड कार्यालय के समीप धरना दिया। प्रखंड विकास पदाधिकारी को ज्ञापन देकर मामले की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की।
महिलाओं ने धरनास्थल पर ही ग्रामीण महिला संघर्ष समिति के नाम से एक समिति का गठन किया। अध्यक्ष सलमा बीबी, उपाध्यक्ष कुशमोली देवी, काजोली कोल, सचिव कुसुम देवी, मालोती देवी, मंगोली किस्कू, विशेष आमंत्रित सदस्य मिलन बाउरी, शिचरण कर्मकार, विनोद मुर्मू, रवींद्र टुडू, ऑफिसर हांसदा, सरफुद्दीन अंसारी को चुना गया।
धरना में निर्णय लिया गया कि गांव में किसी भी निजी फाइनेंस कंपनी के एजेंट को घुसने नहीं दिया जाएगा। कंपनी द्वारा बुलाई गई किसी बैठक में कोई महिला भाग लेगी। बिना ऋण लिए ही कर्जदार बनीं महिलाओं ने कर्ज के किस्त भुगतान से इन्कार किया है।
बता दें कि लगभग आधे दर्जन माइक्रो फाइनेंस कंपनी ने गांव में महिलाओं का समूह बना कर महिलाओं को ऋण दिया है। परंतु दलालों के चंगुल में फंसी इन महिलाओं को ऋण की राशि प्राप्त ही नहीं हुई है और लाखों की कर्जदार बन बैठी है। कुछ समय तक दलाल इनके कर्ज के पैसे की किस्त भी भरता रहा और जब वह फरार हुआ तब कंपनी के एजेंट इन महिलाओं के पास किस्त की राशि लेने पहुंचे तब मामले का खुलासा हुआ।
धरनास्थल पर फ्यूजन फाइनेंस कंपनी के अधिकारी भी पहुंचे और महिलाओं को ऋण देने की बात कही। परंतु जब पूछताछ किया गया तो पता चला कि उन महिलाओं को राशि मिली ही नहीं। तब कंपनी के अधिकारी ने जांच पड़ताल करने की बात कही। बीडीओ को सौंपा ज्ञापन, धनबाद में करेंगी प्रदर्शन
महिलाओं ने बीडीओ को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि एक सप्ताह के अंदर कोई कार्रवाई नहीं हुई तो 28 नवंबर को रणधीर वर्मा धनबाद में धरना दिया जाएगा और मामले की जांच कर महिलाओं को धोखाधड़ी से बचाते हुए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जाएगी। धरना में जियामुनी देवी, कुशुम भोक्ता, शांति देवी, मीना देवी, सरिता देवी, अंचला देवी, पूजा बाउरी आदि सैकड़ों महिलाएं शामिल थीं।