Dhanbad: मैडम, आपका बैग भारी हम उठा देते हैं...मदद के नाम पर सामान उड़ाने वाले बिहार के चार शातिर गिरफ्तार
Dhanbad Crime धनबाद-डेहरी आन सोन इंटरसिटी में आरपीएफ और सीआइबी की टीम ने महिलाओं के बैग से सामान चुराने वाले गिरोह को पकड़ा है। शातिर सामान चुरा कर लड़कों को दे देता था जो सामान लेकर भाग जाते थे।
जागरण संवाददाता, धनबाद। 'लाइए मैडम, आपका बैग बहुत भारी है, सीढ़ी से ऊपर चढ़ा देते हैं...।' अगर महिला ने बैग चढ़ाने दे दिया तो वह शिकार नहीं बनती थी पर अगर उस महिला ने बैग देने के बजाय कह दिया न न ठीक है, खुद चढ़ा लेंगे...। बस वहीं पूरा गिरोह सक्रिय हो जाता था। आरपीएफ ने महिलाओं के बैग से चोरी करने वाले गिरोह को पकड़ा है।
महिला के सामान उठवाने से मना करने पर गिरोह के सदस्य भांप लेते थे कि बैग में कीमती सामान है। गिरोह के सदस्य वहीं सवार होते थे, जहां महिला की सीट है। फिर धीरे-धीरे उनके परिवार के सदस्यों की पहचान करते थे। एक सदस्य ऊपर सामान रखने वाली जगह पर चढ़ कर बैठ जाता था। अन्य सदस्य पूरे परिवार को किसी बातचीत में उलझा कर रखता था। ऊपर बैठा शख्स इसी मौके का फायदा उठा कर कीमती सामान गायब कर देता था।
इस बार भी ऐसा ही हुआ पर धनबाद और गोमो आरपीएफ की घेराबंदी में उन्हें पकड़ लिया गया। पकड़े गए सभी अपराधी बिहार के हैं। आरपीएफ की गिरफ्त में आए अपराधियों को जीआरपी के हवाले कर दिया गया है।
जानें पूरा मामला
धनबाद से खुलने वाली 13305 धनबाद-डेहरी आन सोन इंटरसिटी में आरपीएफ और सीआइबी की टीम सवार हुई थी। उनका अभियान ट्रेनों में अपराध की रोकथाम के लिए था। ट्रेन खुलने के बाद देखा कि ऊपर की सीट पर बैठा एक शख्स ट्राली बैग से कुछ निकाल कर अपनी बैग में डाल रहा है। तब तक ट्रेन गोमो पहुंचने वाली थी। गोमो के आरपीएफ इंस्पेक्टर को तुरंत सूचना दी गई। वह पूरी पलटन के साथ पहुंचे पर तब तक ट्रेन खुल गई और इस बीच चलती ट्रेन से कूद कर एक शख्स भाग निकला।
इंस्पेक्टर चलती ट्रेन पर सवार हुए और संदिग्ध चार व्यक्तियों को घेर लिया। यात्री के ट्राली बैग से सामान निकालने वाले का बैग चेक करने पर पारदर्शी प्लास्टिक डब्बे में गहने दिखे। उसे देखते ही वहां बैठी महिला चीख पड़ी, अरे ये तो मेरा है। ट्रेन पारसनाथ पहुंच चुकी थी, जहां उन चारों को उतार लिया गया। पूछताछ के बाद उन्हें धनबाद लाया गया।
आंध्र प्रदेश, दिल्ली, बंगलुरू और पुणे में भी दे चुका कई घटनाओं काे अंजाम
पकड़े गए अपराधियों ने बताया कि उनका सरगना गौतम मंडल है, जो उत्तर बिहार के सहरसा खिरयाही मुहल्ला का निवासी है। इस गिरोह ने आंध्र प्रदेश, दिल्ली, बंगलुरू और पुणे में भी कई घटनाओं को अंजाम दिया है। बेंगलुरू में गौतम जेल भी जा चुका है। स्टेशन पर सीढ़ियां चढ़ते वक्त महिला यात्री से सामान पकड़ने में मदद करने का काम भी गौतम का ही है।
किराये के घर में रहता है गिरोह का सरगना
ट्रेनों में अपराध करने वाला गिरोह धनबाद में रहता भी था। शहर के हावड़ा मोटर के खटाल के पास गौतम मंडल किराए पर घर लिया था। 19 दिसंबर 2022 को धनबाद के यात्री का सामान उड़ा कर पूरा गिरोह शहर से बाहर था। शुक्रवार की रात भागलपुर-रांची वनांचल एक्सप्रेस से धनबाद आया था। अगले दिन सुबह धनबाद-डेहरी आन सोन इंटरसिटी की महिला यात्री को टारगेट बनाया पर पकड़ गये।
12 हजार की तनख्वाह पर चार लड़के रखता है गौतम मंडल
ट्रेनों में अपराध को अंजाम देने और यात्रियों के सामान ठिकाने लगाने के लिए गौतम मंडल ने बकायदा चार लड़कों को नौकरी भी दी है। हर लड़के को 12 हजार रुपये तनख्वाह भी देता है। ट्रेन से उड़ाए गए सामान लेकर भागने में लड़के मदद करते हैं। गिरोह के हर सदस्य के सहयोग के लिए एक लड़का काम करता है।
वीडियो कल से करायी दिवाकर की पहचान
19 दिसंबर को जिस यात्री का सामान दिवाकर ने उड़ाया था। धनबाद आरपीएफ इंस्पेक्टर पंकज कुमार ने उस यात्री को वीडियो काल कर दिवाकर को दिखाया और उसकी पहचान कराई। गया की रहने वाली प्रीति साव ने दिवाकर की पहचान की। बताया कि दिवाकर ऊपर की सीट पर रखे उनके बैग के पास बैठा था।
इनकी हुई गिरफ्तारी
दिवाकर उर्फ दीपक कुमार यादव गांव परिया, थाना बरियारपुर मुंगेर, विक्की कुमार, मुहल्ला परवत्ती, भागलपुर, रविश कुमार गांव परिया, थाना बरियारपुर मुंगेर, चुन्ना कुमार, गांधीपुर, थाना बरियारपुर मुंगेर, गोमो मेंउतर कर भागने वाला सार्जन कुमार, मंडलगांव परिया, थाना बरियारपुर मुंगेर