धनबाद, जागरण संवाददाता। गोविंदपुर से महुदा तक सड़क पर सरपट गाड़ी दौड़ाने का शहरवासियों का सपना इस साल भी अधूरा रहा जाएगा। भवन प्रमंडल की ओर से गोविंदपुर-महुदा सड़क के फोरलेनिंग को लेकर भूमि अर्जन, पुर्नवासन और पुर्नव्यवस्थापन के लिए भूमि के स्थलीय और अभिलेखीय सत्यापन का काम पूरा नहीं हो सका है।

उपायुक्त कार्यालय से काम के लिए प्रमंडलीय अधिकारियों को एक साल का फिर से अवधि विस्तार दिया गया है। गौरतलब है कि शहर को जाम से छुटकारा दिलाने के लिए 32.75 किलो मीटर लंबे इस सड़क का चौड़ीकरण कराया जा रहा है। पिछले पांच साल से इस सड़क का एक चौथाई काम इसलिए नहीं हो पा रहा है, क्योंकि चार मौजों में रैयतों से अधिग्रहित की जानेवाली कुल 2.444 एकड़ भूमि का स्थलीय और अभिलेखीय सत्यापन का काम पूरा नहीं हो पा रहा है। अब पांचवी बार इस काम के लिए प्रमंडल को अवधि विस्तार दिया गया है।

29 मई तक होना था काम पूरा

जिला प्रशासन की ओर से जारी नोटिफिकेशन के अनुसार छह मौजों में स्थित भूमि के इन टुकड़ों के स्थलीय और अभिलेखीय सत्यापन का काम अब 11 अक्टूबर से 28 अक्टूबर तक का अलग-अलग समय विस्तार मिला है। इस काम के पूरा होने के बाद ही मार्च 2017 से शुरू 174 करोड़ से ज्यादा की लागत वाले इस सड़क का निर्माण पूरा हो पाएगा। इसे बनाने की जिम्मेवारी रांची की कंस्ट्रक्शन कंपनी रामकृपाल सिंह एंड संस को देते हुए मई 2019 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया।

कंपनी ने उसी साल सितंबर में काम शुरू करते हुए 27 किलोमीटर में काम करीब पूरा भी कर दिया है। बाकी का काम जमीन अधिग्रहण नहीं होने से अटका पड़ा है।

उपायुक्त संदीप सिंह ने अवधि विस्तार किए जाने को स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि इस बार मई में हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव और उसके बाद जिला भू अर्जन पदाधिकारी के छुट्टी पर चले जाने के कारण देरी हुई है क्योंकि प्रभारी पदाधिकारी के पास वित्तीय प्रभार नहीं था। इसके लिए सत्यापन का काम पूरा करने के लिए अवधि विस्तार दिया गया है। इस बार निर्धारित समय के भीतर काम पूरा नहीं करने पर उनके विरूद्ध विभागीय कारवाई के लिए सरकार को लिखा जाएगा।

Edited By: Roma Ragini