Chhath festival 2019: घाटों पर उमड़ा आस्था का जनसैलाब, उगते सूर्य को अर्घ्य के साथ संपन्न हुआ महापर्व
उदयीमान भगवान भास्कर को अर्घ्य देने के लिए सुबह-सुबह धनबाद कोयलांचल के नदी तालाब और पोखर पर छठ व्रतियों के साथ ही श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा।
धनबाद, जेएनएन। उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही आज (रविवार) सुबह चार दिवसीय सूर्योपासना और लोकआस्था का महापर्व छठ संपन्न हो गया। उदयीमान भगवान भास्कर को अर्घ्य देने के लिए सुबह-सुबह धनबाद कोयलांचल के नदी, तालाब और पोखर पर छठ व्रतियों के साथ ही श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा।
गुरुवार 31 अक्टूबर को नहाय-खाय के साथ महापर्व छठ का शुभारंभ हुआ था। शुक्रवार को खरना था। इसके बाद 36 घंटे का कठिन निर्जला व्रत शुरू हुआ। शनिवार की शाम डूबते हुए सूर्य को व्रतियों ने अर्घ्य दिया। रविवार सुबह उगते हुए सूर्य की पूजा के साथ ही छठ महापर्व संपन्न हुआ। छठ घाट पर सूर्य को अर्घ्य देने के बाद व्रतियों ने घाट पर ही पूर्णाहुति की। इसके बाद अपने-अपने घरों में जाकर पारण कर व्रत को तोड़ा।
घाटों पर एक जैसे ही नजारेंः धनबाद कोयलांचल के सभी घाटों पर छठ व्रत को लेकर काफी उत्साह और उल्लास देखा गया। घाटों पर एक ही जैसे नजारें दिखे। क्या ऊंच-क्या नीच और क्या राज-क्या रंक सबने एक साथ ही घाटों पर बैठ सूर्योपासना की। श्रद्धालुओं की भीड़ में भी कोई भेद-भाव नहीं। इस पर्व की खासियत ही ऐसी है कि छठ घाटों पर सब एक ही रंग में रंग जाते हैं।