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पूर्व सांसद राजकिशोर को लेकर रघुवर ने खोला राज, कह दी राजनीति की खरी-खरी; मुख्यमंत्री हेमंत पर साधा निशाना

पूर्व सांसद राजकिशोर महतो का 2 दिसंबर 2020 को निधन हो गया था। राजकिशोर झारखंड आंदोलन के अगुआ और झामुमो के संस्थापक बिनोद बिहारी महतो के पुत्र थे। उनके निधन के बाद शोक संवेदना व्यक्त करने के लिए रघुवर दास बुधवार को धनबाद पहुंचे थे।

By MritunjayEdited By: Published: Wed, 09 Dec 2020 05:26 PM (IST)Updated: Thu, 10 Dec 2020 06:12 AM (IST)
पूर्व सांसद राजकिशोर को लेकर रघुवर ने खोला राज, कह दी राजनीति की खरी-खरी; मुख्यमंत्री हेमंत पर साधा निशाना
भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास (फाइल फोटो)।

धनबाद, जेएनएन। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने पूर्व सांसद राजकिशोर महतो को लेकर एक बड़ा राज खोला है। उन्होंने कहा है कि मेरे कहने पर ही राजकिशोर ने 2014 के विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा से नाता तोड़ आजसू का दामन थाम लिया था। इस चुनाव में राजकिशोर ने आजसू के टिकट पर टुंडी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ जीत दर्ज की। 

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भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने राजकिशोर के स्वजनों से मिलकर ढांढस बंधाया

पूर्व सांसद राजकिशोर महतो का 2 दिसंबर, 2020 को निधन हो गया था। राजकिशोर झारखंड आंदोलन के अगुआ और झामुमो के संस्थापक बिनोद बिहारी महतो के पुत्र थे। उनके निधन के बाद शोक संवेदना व्यक्त करने के लिए रघुवर दास बुधवार को धनबाद पहुंचे थे। राजकिशोर के स्वजनों से मिलने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री ने राजकिशोर के बारे में राज खोला कहा। कहा-2014 के विधानसभा चुनाव में भाजपा का आजसू से गठबंधन था। टुंडी सीट आसजू के खाते में गया। आजसू के पास मजबूत प्रत्याशी नहीं था। इसलिए मैंने ही राजकिशोर को आजसू में जाकर टुंडी से चुनाव लड़ने को कहा। राजकिशोर भाजपा में न होते हुए भी भाजपा परिवार के सदस्य के समान थे। इसलिए उनका निधन भाजपा के दुखद है। 

मुख्यमंत्री का दिवंगत राजकिशोर के घर न आना दुखद

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि राज किशोर महतो के निधन के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का ना आना दुखद है। राजकिशोर महतो झारखंड मुक्ति मोर्चा के संस्थापक सदस्य थे और झारखंड आंदोलन से जुड़े हुए थे। उन्हें हर हाल में सम्मान मिलना चाहिए। वह झारखंड आंदोलन के पुरोधा स्वर्गीय बिनोद बिहारी महतो के पुत्र भी थे। मुख्यमंत्री का नहीं आना वास्तव में दुखद है। दरअसल यह लोग हमेशा परिवार की राजनीति करते रहे हैं। इनके लिए जैसे कांग्रेस का मतलब सोनिया परिवार होता है उसी तरह झारखंड मुक्ति मोर्चा का मतलब सोरेन परिवार है। इसके अतिरिक्त वह ना तो किसी का योगदान समझते हैं और ना किसी का सम्मान करना जानते हैं। भारतीय जनता पार्टी ने हमेशा ही झारखंड आंदोलनकारियों को सम्मान दिया है। हमने विनोद बिहारी महतो के नाम विश्वविद्यालय का गठन किया और अलग विचारधारा होने के बाद दूध एके राय का जी सम्मान किया। 

भाजपा नेताओं ने किया जोरदार स्वागत

पूर्व मुख्यमंत्री कल ही धनबाद आने वाले थे लेकिन भारत बंद के कारण नहीं आ सके। बुधवार दोपहर 3:00 बजे वे धनबाद आए तो रणधीर वर्मा चौक पर विधायक इंद्रजीत महतो, राज सिन्हा, भाजपा महानगर अध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह, ग्रामीण जिला अध्यक्ष ज्ञान रंजन सिंहा, पूर्व मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल, गिरिडीह के डिप्टी मेयर प्रकाश सेठ, संजय झा, मानस प्रसून,  चंद्रशेखर मुन्ना, पंकज सिन्हा, राम प्रसाद महतो, संजय सिंह, मिल्टन पार्थ सारथी ने उनका स्वागत किया।  वे जियाडा के स्वतंत्र निदेशक सत्येंद्र कुमार के घर गये। और उनके पुत्र व पुत्र वधू को आशीर्वाद दिया। वहां से वह राजकिशोर महतो के घर गए और उनके परिजनों को ढांढस बंधाया।


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