कॉलेजों में व्यावसायिक कोर्स लागू करने के लिए झारखंड अपनाएगा राजस्थान मॉडल
बीबीएमकेयू के अधीन धनबाद और बोकारो के कॉलेजों में व्यावसायिक कोर्स को स्वीकृति तो मिली है पर ज्यादातर कॉलेज में कोर्स फ्लॉप होने जैसी स्थिति में हैं।
जागरण संवाददाता, धनबाद: बीबीएमकेयू के अधीन धनबाद और बोकारो के कॉलेजों में व्यावसायिक कोर्स को स्वीकृति तो मिली है, पर ज्यादातर कॉलेज में कोर्स फ्लॉप होने जैसी स्थिति में हैं। जीएसटी और ब्यूटी एंड वेलनेस जैसे कोर्स शुरू नहीं हो सके हैं। इसके मद्देनजर उच्च शिक्षा विभाग ने अब राजस्थान मॉडल अपनाने का निर्णय लिया है।
बैचेलर ऑफ वोकेशनल कोर्स के लिए विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि राजस्थान के बीएसडी विश्वविद्यालय जाएंगे। वहां कोर्स से जुड़ी जानकारी हासिल करेंगे। उसी आधार पर अपने यूनिवर्सिटी में कोर्स शुरू कराएंगे। उच्च शिक्षा सचिव स्तर पर इस संबंध में पिछले दिनों हुई कुलपतियों की बैठक में निर्देश जारी कर दिया गया है।
अगले सत्र से लिये जाएंगे ऑनलाइन एडमिशन: इसके साथ ही अगले सत्र से विवि के अधीन संबद्ध कॉलेजों में भी चांसलर पोर्टल से ऑनलाइन एडमिशन लिए जाएंगे। इस बार यह व्यवस्था सिर्फ सरकारी कॉलेजों में थी। नई व्यवस्था के लिए सभी विवि को संबद्ध कॉलेजों से जुड़े मास्टर डेटा एनआइसी को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है।
चांसलर पोर्टल का नियंत्रण अब विवि के अधीन: चांसलर पोर्टल का नियंत्रण इस बार राजभवन के अधीन था। इसमें संशोधन कर इसका प्रशासनिक नियंत्रण अब विवि के अधीन कर दिया गया है। इसके साथ ही अब नामांकन व्यवस्था पूरी तरह विवि के अधीन होगी। हालांकि इसकी मॉनिटरिंग राज्य सरकार करेगी।
अहम निर्देश
- स्वीकृत पदों पर संविदा पर बहाल होंगे शिक्षक और कर्मचारी
- कॉलेजों को सीधे उनके खाते में मिलेगी झारखंड स्किल मिशन की 10 फीसद रकम
- विवि अतिरिक्त पदों के सृजन का प्रस्ताव वेतनमान समेत विभाग को उपलब्ध कराए।