लॉकडाउन में जनता मजदूर संघ के केंद्रीय सचिव पर भारी पड़ी राजनीति, पुलिस ने ठोका मुकदमा Dhanbad News
Lockdown Violation रंजय का कहना है कि राजनीतिक प्रतिद्वंद्वता के कारण विरोधी गुट ने झूठा आरोप लगा दिया। यह तस्वीर 16 मार्च की है। इसे 20 अप्रैल का बता दिया गया।
चासनाला, जेएनएन। Janata Mazdoor Sangh लॉकडाउन के दौरान जनता मजदूर संघ (जमसं, कुंती गुट) ने सोमवार को भौंरा में मिलन समारोह किया। मामला डीजीपी तक पहुंचा था। मंगलवार को गौरखूंटी में प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी प्रीतम कुमार मोदी ने सुदामडीह थाना में लॉकडाउन उल्लंघन का मामला दर्ज कराया। इसके बाद छह को नामजद किया गया और 8-10 अज्ञात पर मुकदमा हुआ।
शिकायत के अनुसार, भौंरा 13 नंबर स्थित जमसं कार्यालय में संगठन के केंद्रीय सचिव रंजय कुमार ने बीसीकेयू के कुछ सदस्यों को शामिल करने के लिए यह सभा की। इसकी तस्वीर वायरल हुई थी। एएसआइ कमलेश कुमार ने जांच में इसे सही पाया। कहा कि एक व्यक्ति ने ही मास्क पहना था। शारीरिक दूरी के निर्देश का भी पालन नहीं किया। सुदामडीह पुलिस ने रंजय, उमेश कुमार यादव, रामप्रसाद, भुवनेश्वर रवानी, चेतलाल साह, राजेश गडेरी और 8-10 अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया। धाराओं में महामारी एक्ट भी है। इस मामले में झरिया की विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह ने प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की थी।
दूसरी ओर रंजय का कहना है कि राजनीतिक प्रतिद्वंद्वता के कारण विरोधी गुट ने झूठा आरोप लगा दिया। यह तस्वीर 16 मार्च की है। इसे 20 अप्रैल का बता दिया गया। 20 मार्च को जमसं की महामंत्री कुंती देवी ने पत्र जारी कर इनके शामिल होने की बात कही थी। मिलन समारोह में बीसीकेयू छोड़ कई लोगों ने जमसं का दामन थामा था। इसकी तस्वीर फेसबुक पर जमसं के एक केंद्रीय नेता ने पोस्ट की। जमसं (बच्चा गुट) समर्थक शशि सिंह ने ट्विटर पर डीजीपी से शिकायत की थी। इस संबंध में सुदामडीह थाना प्रभारी विनय कुमार ने कहा कि वैश्विक महामारी में जमसं की सभा को लेकर दंडाधिकारी ने छह नामजद व 8-10 अन्य के खिलाफ शिकायत की है। केस दर्ज कर लिया गया है।