गांवों में दिखाई जाएगी स्वच्छ भारत पर आधारित फिल्म
स्वच्छ भारत मिशन के तहत खुले में शौच से मुक्ति के लिए शौचालय निर्माण के बाद की समस्या से सरकार अभी से चिंतित है।
धनबाद, जेएनएन। फल-फूल से लक-दक घर की हरी-भरी अपनी बगिया में खड़े बॉलीवुड एक्टर अक्षय कुमार और अभिनेत्री भूमि पेडणेकर के दृश्य से विज्ञापन फिल्म की शुरूआत होती है। अक्षय कुमार की लहलहाती बगिया को देख अतिथि सवाल करता है, इतने सारे फल-फूल? सब शौचालय का आशीर्वाद है मिश्रा, अक्षय कुमार जवाब देते हैं। दो गढ्डों वाले शौचालय की विशेषता बताती यह विज्ञापन फिल्म धनबाद के गांव-पंचायतों में दिखाई जाएगी। अगर फिल्म से प्रेरित होकर लोग अमल करते हैं तो शौचालय के खाद से खेतों में हरियाली आएगी।
अक्षय कुमार की तरह लोगों की बगिया में भी फल-फूल लहलहाएगी। दरअसल, स्वच्छ भारत मिशन के तहत खुले में शौच से मुक्ति के लिए शौचालय निर्माण के बाद की समस्या से सरकार अभी से चिंतित है। जो ट्विन पिट शौचालय का निर्माण हो रहा है, वह पांच साल में शौच से भर जाएगा। उसके बाद क्या? इस समस्या के समाधान पर 27 मई को नई दिल्ली में पेयजल एवं स्वच्छता विभाग भारत सरकार की तरफ से कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें झारखंड से दो लोग धनबाद के उप विकास आयुक्त कुलदीप चौधरी और जमशेदपुर के उपायुक्त अमित कुमार शामिल हुए। कार्यशाला में शौचालय का आशीर्वाद नामक एक विज्ञापन फिल्म जारी की गई।
इस फिल्म में अक्षय कुमार दो गढ्डों वाले शौचालय की विशेषता बताते हैं। वह एक के भरने के बाद शौचालय का लीवर दूसरे गढ्डे की तरफ खोल देते हैं। फिर अतिथि मिश्रा को बताते हैं कि एक साल बाद पहले गढ्डे का शौच खाद बन जाएगा। छी छी करते मुंह बनाकर मिश्रा कहते हैं-यह टट्टी है। अक्षय कहते हैं-ये टट्टी नहीं, सोना है मिश्रा। यही छी-छी सोना बन जाएगा कहते हुए अक्षय शौच से खाद बनाने की विधि बताते हैं। ट्विन पिट में जमा शौच से बने खाद को अक्षय कुमार बगिया में डालते हैं। बगिया लहलहा उठती है। मिश्रा भी शौचालय का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए ट्विन पिट शौचालय बनवाने की बात करते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान को बढ़ावा देने वाली विज्ञापन फिल्म में अक्षय कुमार और भूमि शौचालय के आशीर्वादों को गिना रहे हैं।
नई दिल्ली में आयोजित कार्यशाला में फिल्म के जरिए दो गढ्डों वाले शौचालय से खाद बनाने की जानकारी दी गई। यह विज्ञापन फिल्म धनबाद के सभी पंचायतों में दिखाई जाएगी ताकि लोग शौच से खाद बनाने की विधि सीख सके।
-कुलदीप चौधरी, उप विकास आयुक्त।