कोरोना से घिरता जा रहा अब तक महफूज धनबाद, बोकारो के बाद आसनसोल में माैत से बढ़ा खौफ Dhanbad News
पीएमसीएच धनबाद में काम करने वाले कर्मचारियों के परिजनों में कुछ ज्यादा ही कोरोना वायरस का खौफ है। कर्मचारी घर पहुंचते हैं तो दरवाजे पर ही उन्हें पहले पानी से धोया जाता है।
धनबाद, जेएनएन। धनबाद की 30 लाख की आबादी पर ईश्वर की कृपा है कि अब तक यहां कोरोना वायरस नहीं पहुंचा है। कोरोना वायरस के संक्रमण से धनबाद महफूज है। लेकिन, इसके चारों ओर कोरोना वायरस पहुंच चुका है। यह जानलेवा भी हो चुका है। गुरुवार तड़के बोकारो में कोरोना पॉजिटिव मरीज की मृत्यु हई थी। इसके बाद गुरुवार की देर रात आसनसोल में एक मरीज की मृत्यु हो गई। पड़ोस में दो-दो कोरोना पॉजिटिव मरीज की मृत्यु के बाद खौफ बढ़ गया है। हालांकि धनबाद को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने के लिए प्रशासन ने धनबाद से लगने वाली बोकारो और आसनसोल की सीमा को सील कर दिया है।
झारखंड के धनबाद जिले की सीमा प. बंगाल के आसनसोल से लगती है। आसनसोल में कोरोना ने अपना कहर दिखाना शुरू कर दिया है। आसनसोल रेलपार के रहने वाले 75 वर्षीय चिकित्सक (आरएमपी) की मौत गुुरुवार देर रात दुर्गापुर के कोरोना अस्पताल में हो गई। कोरोना पॉजिटिव की मौत का आसनसोल में यह पहला मामला है। गुरुवार को ही उसके कोरोना पॉजिटिव होने की रिपोर्ट आई थी। इससे पूरे शिल्पांचल में हड़कंप मच गया है। उसके संपर्क में आए परिजनों समेत 30 लोगों की पहचान कर क्वारंटाइन कर दिया गया है। नियामतपुर के लच्छीपुर गेट के समीप इस चिकित्सक का चैंबर था। प्रशासन ने रेलपार के अलावा उसके चैंबर व आसपास के इलाके को सैनिटाइज किया है। लोगों को घरों में रहने की हिदायत दी है। पेशे से आरएमपी चिकित्सक हाल में कहीं बाहर नहीं गया था। बीमार पड़ने के पहले तक वह मरीजों का अपने चैंबर में इलाज करता रहा था। इधर तीन अप्रैल को ट्रांसपोर्ट में मोटिया मजदूर के रूप में काम करने वाले गोधूलि मोड़ निवासी युवक का इलाज दुर्गापुर के कोरोना अस्पताल में चल रहा है। 6 अप्रैल को उसकी रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई थी।
बुखार और छाती में हुआ था दर्द
चिकित्सक को बुखार व छाती में दर्द की शिकायत हुई थी। इसके बाद उसे दुर्गापुर स्थित मिशन अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसके लक्षण को देख चिकित्सकों ने कोरोना पॉजिटिव होने का संदेह व्यक्त किया था। इसके बाद उसका सैंपल जांच के लिए कोलकाता भेजा गया था। गुरुवार को जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई। पूरे अस्पताल में हड़कंप मच गया। जिस वार्ड में वह भर्ती था उसे सैनिटाइज किया गया। मरीज के संपर्क में रहे 24 चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मियों को क्वारंटाइन किया गया है। पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद मरीज को दुर्गापुर स्थित कोरोना अस्पताल ले जाया गया। वहां मृत्यु हो गई। घटना के बाद जिला प्रशासन ने उच्चस्तरीय बैठक की। निगम आयुक्त खुर्शीद अली कादरी ने बताया कि रेलपार का रहने वाला चिकित्सक कोरोना पीडि़त था। रेलपार इलाके में उसके संपर्क में आनेवाले 30 लोगों की पहचान कर क्वारंटाइन किया गया है।
तालपोखरिया कब्रिस्तान में दफनाने का किया विरोध
तालपोखरिया कब्रिस्तान में चिकित्सक के शव को दफनाने की तैयारी की गई थी। कोरोना संक्रमण से हुई मौत के कारण अंचल के कई लोगों ने आपत्ति जताई। तब शव को दफनाने के लिए ओके रोड कब्रिस्तान में तैयारी की गई।
बोकारो में एक की माैत, 5 इलाजरत
धनबाद से सटे बोकारो जिले में कोरोना वायरस का फैलाव तेजी से हुआ है। धनबाद-बोकारो की सीमा स्थित तेलो गांव में पांच पॉजिटिव मरीजों का इलाज बीजीएच में चल रहा है। दूसरी तरफ बोकारो के गोमिया प्रखंड के साडम गांव के मरीज की गुरुवार तड़के बीजीएच में मृत्यु हो गई। यह झारखंड में कोरोना से माैत का पहला मामला था। तेलो से धनबाद में कोराना वायरस का संक्रण रोकने के लिए प्रशासन कोई जोखिम लेने के मूड में नहीं है। धनबाद से तेलो आने-जाने वाली सड़कों को सील कर दिया गया है। साथ ही तेलो से सटे धनबाद के गांवों में वैसे लोगों की तलाश कर स्क्रीनिंग की जा रही है जिनका वहां आना-जाना रहा है। मालूम हो कि तब्लीगी जमात से जुड़ी तेलो की महिला के कारण उसके परिवार के चार सदस्य कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं।