Giridih: जान पर खेलकर स्वजनों ने तिसरी के व्यवसायी बंधुओं की शवों को घने जंगल से किया बरामद ; पुलिस बनी रही मुकदर्शक
तिसरी के पंदनाटांड़ निवासी एवं व्यवसायी अंशु बरनवाल एवं उसके भाई चंदन बरनवाल की बिहार की जमुई जिले के मनवा पहाड़ी खैरा की तराई पर हत्या कर दी गई थी। मृतकों के भाई कुंदन बरनवाल ने कपड़ा मास्क व बाइक के आधार पर दोनों शवों की पुष्टि की है।
जागरण संवाददाता, गिरिडीह : तिसरी के पंदनाटांड़ निवासी एवं व्यवसायी अंशु बरनवाल एवं उसके भाई चंदन बरनवाल की बिहार की जमुई जिले के मनवा पहाड़ी खैरा की तराई पर हत्या कर दी गई थी। मृतकों के भाई कुंदन बरनवाल ने कपड़ा, मास्क व बाइक के आधार पर दोनों शवों की पुष्टि की है। दोनों शवों की बरामदगी गिरिडीह या जमुई पुलिस ने नहीं बल्कि मृतकों के स्वजनों ने बुधवार की दोपहर को की है। स्वजनों की सूचना के बावजूद गिरिडीह जिले की तिसरी एवं जमुई जिले की खैरा थाना पुलिस ने शवों की बरामदगी के लिए कोई कोशिश नहीं की। जान पर खेलकर स्वजनों ने घने जंगल से शवों को बरामद किया। दोनों भाई 22 जून को राजधनवार के एक व्यवसायी के यहां जाने की बात कहकर पल्सर बाइक से घर से निकले थे।
व्यवसायी भाई अंशु व चंदन। (फाइल फोटो)
उसके बाद से दोनों भाई का कुछ भी अता-पता नहीं है। स्वजनों ने तिसरी थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। बाद में बिहार के जमुई जिले के खैरा थाना अंतर्गत गरही डैम के पास गायब चंदन का पर्स मिला था। दोनों भाइयों को बिहार के बादिलडीह पुल पर 22 जून की शाम को अंतिम बार देखा गया था। स्वजनों ने इसकी सूचना जमुई पुलिस को भी दी थी। तिसरी थाना पुलिस ने इस मामले में संदिग्ध बिहार के जमुई सोनो निवासी पीर बाबा प्रभाकर मंडल को भी दिल्ली से हिरासत में लेकर कड़ी पूछताछ की थी। तीसरी पुलिस भी अभी घटना स्थल पर पहुंची।
कोई साक्ष्य नहीं मिलने पर उसे छोड़ दिया था। पीड़ित माता, पिता व पत्नी प्रिया देवी ने दोनों भाइयों के तार पैसे के लेनदेन में पीर बाबा से जुड़ने की बात कही थी।
दोनों की तलाश को लेकर तिसरी थाना के अलावे गिरिडीह के एसपी व बिहार के जमुई के एसपी को भी आवेदन देकर स्वजनों ने गुहार लगाई थी। इधर मंगलवार को स्वजनों को यह जानकारी मिली कि खैरा के गरही डैम जहां पर्स मिला था, उससे कुछ दूरी पर मनवा पहाड़ की तराई पर व्यवसायी बंधुओं की बाइक लावारिस पड़ी है। कुंदन बरनवाल ने बताया कि उन्होंने तुरंत इसकी जानकारी तिसरी एवं खैरा के थाना प्रभारी को दी। दोनों थाना पुलिस ने इसे संज्ञान नहीं लिया।
इसके बाद दूसरे दिन बुधवार को वह अपने स्वजनों के साथ खैरा तालश में निकल गए। घंटों तलाश के बाद तिसरी-गरही-कौवाकोल पथ पर पहाड़ की तराई पर उसकी बाइक मिली। वहां से करीब दस फीट की दूरी पर दोनों के शव जो कंकाल बन चुके थे, मिला। इसकी जानकारी तुंरत खैरा थाना प्रभारी केा दी। बुधवार को दोपहर करीब तीन बजे तक खैरा या तिसरी थाना पुलिस घटना स्थल पर नहीं पहुंची थी।