आरपीएफ की मिलीभगत से यात्री ट्रेन में बिक रहा नकली पानी का बोतल
धनबाद यात्रियों के लिए रेलवे ने कंफर्म टिकट होना अनिवार्य कर दिया है। कंफर्म टिकट नहीं हो तो ट्रेन पर चढ़ना तो दूर प्लेटफार्म के अंदर भी नहीं जा सकते हैं। मगर अवैध वेंडरों के मामले में रेलवे ने हाथ खड़े कर दिए हैं।
धनबाद : यात्रियों के लिए रेलवे ने कंफर्म टिकट होना अनिवार्य कर दिया है। कंफर्म टिकट नहीं हो तो ट्रेन पर चढ़ना तो दूर प्लेटफार्म के अंदर भी नहीं जा सकते हैं। मगर अवैध वेंडरों के मामले में रेलवे ने हाथ खड़े कर दिए हैं। उन्हें न सिर्फ प्लेटफॉर्म के अंदर बेरोक-टोक जाने की अनुमति मिल रही है, बल्कि यात्री डिब्बों में चढ़कर बेफिक्र सामान भी बेच रहे हैं। पटना से रांची जाने वाली जनशताब्दी एक्सप्रेस के यात्री असीम सामंतो ने यात्री डिब्बे में चाय-कॉफी बेच रहे वेंडर की तस्वीर ट्विटर पर वायरल कर दी है। इससे आरपीएफ बैकफुट पर आ गया है। यात्री ने लिखा है कि उन्होंने इससे पहले भी कई बार शिकायत की है, लेकिन अवैध वेंडरों की रोकथाम को लेकर परिणाम शून्य निकला। उन्होंने यह फरियाद भी की है कि अविलंब वेंडरों पर लगाम लगाने की कृपा की जाए। इससे यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है। ट्वीट करने वाले ने इस मामले में सीधे तौर पर आरपीएफ की मिलीभगत का जिक्र किया है। उन्होंने लिखा है कि आखिर कब तक यात्रियों को इन अवैध वेंडरों का सामना करना होगा। अवैध वेंडर नकली पानी की बोतलें बेचते हैं। ऐसे में रेलवे सुरक्षा बल गोमो की मिलीभगत से इन्कार नहीं किया जा सकता है। मामला ट्विटर पर आते ही खलबली मच गई है। जवाब में आरपीएफ ने ट्वीट कर अपना बचाव किया है। लिखा है कि अवैध वेंडरों के खिलाफ गोमो में आरपीएफ और वाणिज्य विभाग मिलकर अभियान चला रहे हैं। रेलवे एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है।