जवाहर नवोदय विद्यालय में नामांकन के लिए बनवाया फर्जी टीसी, 29 छात्रों के तीन वर्ष के रिकाॅर्ड की होगी जांच
जिले के जवाहर नवोदय विद्यालय में फर्जी टीसी (स्थानांतरण प्रमाणपत्र) का मामला सामने आया है। यह मामला नवोदय विद्यालय बेनागोड़िया निरसा का है जहां कक्षा छह में नामांकन के लिए मिले ट्रांसफर सर्टिफिकेट्स में से पांच के फर्जी होने का संदेह है।
जागरण संवाददाता, धनबाद: जिले के जवाहर नवोदय विद्यालय में फर्जी टीसी (स्थानांतरण प्रमाणपत्र) का मामला सामने आया है। यह मामला नवोदय विद्यालय बेनागोड़िया निरसा का है, जहां कक्षा छह में नामांकन के लिए मिले ट्रांसफर सर्टिफिकेट्स में से पांच के फर्जी होने का संदेह है।
नवोदय विद्यालय ने जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय को कुल 29 टीसी जांच के लिए भेजे हैं। इनमें से पांच के फर्जी होने का संदेह है। इनमें मध्य विद्यालय खानूडीह के नाम से चार व नया प्राथमिक विद्यालय प्रेमनगर बाघमारा के नाम पर एक टीसी जारी किया गया है। डीईओ ने इसे गंभीरता से लिया है।
बताते चलें कि नवोदय विद्यालय में कक्षा छह में नामांकन के लिए प्रवेश परीक्षा का आयोजन होता है। डीईओ ने बाघमारा के बीईईओ को जारी पत्र में कहा है कि छात्रों द्वारा उपलब्ध कराए गए स्थानांतरण प्रमाणपत्र में संदेह उत्पन्न हुआ है। पांच स्थानांतरण प्रमाणपत्र से स्पष्ट है कि इनमें तत्कालीन डीईओ प्रबला खेस का फर्जी हस्ताक्षर किया हुआ है। प्रमाणपत्र में जो लिपिक का हस्ताक्षर दर्शाया गया है, वह भी फर्जी है। सभी प्रमाणपत्र अलग-अलग स्कूलों से निर्गत है, परंतु हस्तलिपि एक ही व्यक्ति का प्रतीत हो रहा है। उक्त स्थानांतरण प्रमाणपत्र में बीईईओ का भी हस्ताक्षर है, जो प्रथमदृष्टया फर्जी प्रतीत होता है।
इस प्रकार के अन्य मामले भी होने की आशंका है। बीईईओ क्षेत्र के तहत स्कूलों से नवोदय विद्यालय प्रवेश परीक्षा में चयनित छात्रों की सूची तैयार कर संतुष्ट हो लेंगे कि आपके द्वारा ही स्थानांतरण प्रमाणपत्र सत्यापित किया गया है। प्रमाणपत्र एवं हस्ताक्षर की सत्यता की जांच कर प्रतिवेदन मांगा गया है। दोषी पाए जाने वाले संबंधित विालय के विद्यालय प्रधान, अभ्यर्थी एवं उनके अभिभावक के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करते हुए रिपोर्ट उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है।
29 छात्रों के तीन वर्ष के रिकाॅर्ड की होगी जांच
नवोदय विद्यालय की ओर से वर्ष 19-20, 20-21 व 21-22 यानी की संबंधित चयनित छात्रों की कक्षा तीन, कक्षा चार व कक्षा पांच के अंकपत्रों की जांच कराने को कहा गया है। डीईओ ने सभी प्रखंड के बीईईओ को यह पत्र जारी कर स्कूलों की स्थलीय जांच कर रिपोर्ट मांगी है।