अलेप्पी में बैठा यात्री बोला, मैं टीटी; टीटीआइ ने आइकार्ड देखते ही दबोचा Dhanbad News
हुआ यूं कि बिहार के नवादा छोटा शिवपुर निवासी बीटेक छात्र धनबाद से खुलने वाली अलेप्पी एक्सप्रेस में सवार हुआ। उसे रांची जाना था। टीटीई ने टिकट मांगा तो उसने दिखा दिया।
धनबाद, जेएनएन। धनबाद अलेप्पी एक्सप्रेस में बैठे बीटेक छात्र ने सोचा भी नहीं होगा कि टीटीई से जान पहचान बढ़ाना उसे इतना महंगा पड़ेगा कि रेल थाने पहुंच जाएगा। यही नहीं उसे इस बात का भी यकीन नहीं था कि उसे रेलवे में नौकरी के नाम पर ठग लिया गया है। घटना धनबाद स्टेशन की है। वाणिज्य विभाग की शिकायत पर रेल पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
हुआ यूं कि बिहार के नवादा छोटा शिवपुर निवासी बीटेक छात्र धनबाद से खुलने वाली अलेप्पी एक्सप्रेस में सवार हुआ। उसे रांची जाना था। टीटीई ने टिकट मांगा तो उसने दिखा दिया और खुद को रेलकर्मी भी बताया। उसने बताया कि जल्द ही उसकी टे्रनिंग शुरू होनेवाली है। वह बिहार के दानापुर रेल मंडल में टीसी के रूप में ज्वॉइन करेगा। बातचीत के क्रम में ही उसने अपना आइ कार्ड भी टीटीई को दिखाया। आइ कार्ड देखते ही टीटीई को संदेह हुआ और उसने सीआइटी को जानकारी दी। सीआइटी ने बीटेक छात्र को उतारने को कहा। उसे टे्रन से उतार कर पूरी जानकारी ली गई। उसने जो कुछ बताया उससे साफ हो गया कि उसे रेलवे में नौकरी के नाम पर किसी संगठित गिरोह ने अपना शिकार बनाया है। सीआइटी ने रेल थाने में मामले की शिकायत कर दी।
एक लाख रुपये लेकर दिया था आइ कार्डः बीटेक छात्र के अनुसार, उसे बिहार के दो लोगों ने रेलवे में टीसी की नौकरी दिलाने की बात कही थी। उसे आइ कार्ड भी दिया था जिस पर ग्रुप सी लिखा था। आइ कार्ड इस तरह से तैयार किया गया है कि उसे आसानी से पकड़ा नहीं जा सकता है। नौकरी दिलाने के नाम पर उससे एक लाख रुपये ऐंठे गए थे। रेल पुलिस उसके बयान के आधार पर मामले की छानबीन कर रही है।