झरिया में आयोजित चित्रकला प्रतियोगिता में 50 पेंटिग्स की प्रदर्शनी
जासं झरिया वैश्विक महामारी कोरोना से बचाव के लिए सामाजिक संस्था इंस्टीट्यूशन फार नेशन
जासं, झरिया : वैश्विक महामारी कोरोना से बचाव के लिए सामाजिक संस्था इंस्टीट्यूशन फार नेशनल एमिटी (आइएनए) कोरोना टीकाकरण को बढ़ावा देने में लगा है। कोविड-19 काल में गरीब कोयला मजदूरों और ग्रामीणों के बीच खाद्यान्न सामग्री, सैनिटाइजर व मास्क वितरण के बाद कोरोना टीकाकरण के लिए चित्रकला प्रदर्शनी का आयोजन किया। हेटलीबांध झरिया में 30 जून से चित्रकला प्रदर्शनी कार्यक्रम का आयोजन शुरू हुआ था जो एक सप्ताह तक चला। प्रतियोगिता में 50 से अधिक चित्रकारों ने यस फार वैक्सीनेशन के लिए आकर्षक पेंटिग्स बनाकर प्रदर्शित की। प्रतियोगिता का समापन बुधवार को हुआ। झरिया के चित्रकार संजय पंडित के बनाए पेटिंग्स को काफी सराहना मिली। संजय ने अपने चित्र के माध्यम से डोर टू डोर कोयला मजदूरों के टीकाकरण का संदेश दिया था। आन और आफलाइन आयोजित इस प्रतियोगिता में मुख्य अतिथि पूर्व सीएमओ दिलीप झा, विशिष्ट अतिथि माउंट कार्मल के शिक्षक हर्ष चुग थे। चित्रों का विषय टीकाकरण और कोविड पर नियंत्रण था। आर्ट टीचर संजय पंडित ने कहा कि चित्रकला प्रतियोगिता टीकाकरण का लोगों के बीच जागरूकता पैदा करना हमारा उद्देश्य है। पेंटिग्स जजमेंट आफलाइन और आनलाइन दो तरह से किया गया। डिनोबिली स्कूल के नेमी रेहलन और हर्ष चुग आफलाइन जज थे। आनलाइन निर्णय पुणे के प्रसिद्ध मूर्तिकार सुमित राय की ओर से किया गया। सुमित ने कहा पेंटिग्स और इसका विषय कोविड कंट्रोल के लिए बहुत सुंदर है। कोलफील्ड्स क्लासेस के बच्चे और अन्य छात्र बहुत प्रतिभाशाली हैं। आइएनए के संस्थापक पिनाकी राय ने कहा कि हमारी योजना कोलियरी क्षेत्र में भी प्रदर्शनी लगाने की है। पिछले वर्ष कोरोना काल में चित्रकला का विषय प्रवासी श्रमिकों का था।
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ये प्रतिभागी बने विजेता :
आइएनए की चित्रकला प्रतियोगिता के जूनियर ग्रुप में कुंजिका भागवानी, पुरवा अग्रवाल को प्रथम और द्वितीय पुरस्कार मिला। सीनियर ग्रुप में हर्पित कौर, चांदसी गुप्ता, रवीन्द्र प्रताप व अर्चिता दत्ता को भी पुरस्कार मिला। प्रदर्शनी इंटरनेट मीडिया पर लोकप्रिय रही। मौके पर धनबाद से सरदार हरि सिंह, अमित भगवानी, कमल अग्रवाल, प्रभात कुमार झरिया से सोनू निगम, मौसुमी राय, मिलन बनर्जी आदि थे।