AK Roy's final journey: लाल सलाम के गगनभेदी नारों के बीच पंचतत्व में विलीन हुए राय दा
एके राय का लंबी बीमारी के बाद रविवार को केंद्रीय अस्पातल में निधन हो गया था। सोमवार को राजकीय सम्मान के साथ मोहलबनी घाट पर अंतिम विदाई दी गई।
धनबाद, जेएनएन। गगनभेदी लाल सलाम के नारों के बीच मार्क्सवादी समन्यव समिति के संस्थापक धनबाद के पूर्व सांसद एके राय उर्फ राय दा सोमवार को पंचतत्व में विलीन हो गए। दामोदर नदी के मोहलबनी घाट पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। मुखाग्नि राय दा के छोटे भाई तापस कुमार राय ने दी। इस माैके पर झारखंड सरकार के प्रतिनिधि के ताैर पर राजस्व मंत्री अमर बाउरी उपस्थित थे। इससे पहले सोमवार सुबह नाै बजे धनबाद के टेंपल रोड स्थित एमसीसी कार्यालय से राय की अंतिम यात्रा निकली। फूलों से सजाए गए वाहन पर राय का पार्थिव शरीर रखा गया था। वाहन के पीछे-पीछे हजारों लोग-राय दा अमर रहे, राय दा को लाल सलाम, जैसे नारे लगाते हुए चल रहे थे।
तिरंगा देकर पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन ने दी अंतिम विदाईः मार्क्सवादी चिंतक अरुण कुमार राय उर्फ एके राय का रविवार को लंबी बीमारी के बाद बीसीसीएल के केंद्रीय अस्पताल में निधन हो गया था। इसके बाद उनके पार्थिव शरीर को पुराना बाजार स्थित एमसीसी कार्यालय में रखा गया था। शव यात्रा धनबाद से चलकर झरिया के नुनूडीह पहुंची। नुनुडीह बस्ती स्थित स्वर्गीय कामरेड गुरुदास चटर्जी फुटबॉल मैदान में अंतिम दर्शन के लिए पार्थिव शरीर को रखा गया। इस माैके पर झामुमो प्रमुख पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन ने एक जमाने के अपने मित्र के पार्थिव शरीर पर तिरंगा देकर अंतिम विदाई दी। इसके बाद दामोदर नदी के मोहलबनी घाट के लिए अंतिम यात्रा निकल पड़ी।
विधायक अरुप चटर्जी, पूर्व विधायक विनोद सिंह आदि ने कंधा दिया। अंतिम यात्रा नुनुडीह मोड़, डिनोबली मोड़, मोहलबनी होते हुए दामोदर नदी घाट स्थित मुक्ति धाम पर जाकर समाप्त हुई।
राजकीय सम्मान के साथ दी गई विदाईः मोहलबनी घाट पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ राय दा को आखिरी विदाई दी गई। शस्त्र को झुका और मातमी धुन बजा कर राजकीय सम्मान दिया गया। इस माैके पर झारखंड सरकार के प्रतिनिधि के रूप में मंत्री अमर बाउरी उपस्थित थे। राय दा के छोटे भाई तापस कुमार राय ने बड़े भाई को मुखाग्नि दी। इसके बाद पूरा माहौल गमगीन हो उठा। हर आंखें नम हो गई। कामरेड एके राय अमर रहे, राय दा को लाल सलाम, एके राय हम तुम्हें नहीं भूलेंगे आदि गगनचुंबी नारे लगाएं गए।
दलगत भावना से उपर उठकर पहुंचे नेता-जनप्रतिनिधिः राय दा के अंतिम यात्रा में झामुमो संस्थापक शिबू सोरेन, पूर्व मंत्री समरेश सिंह, भू राजस्व मंत्री अमर बाउरी, निरसा विधायक अरूप चटर्जी, अंजली चटर्जी, धनबाद के महापौर चंद्रशेखर अग्रवाल, पूर्व विधायक सिंदरी आनंद महतो, पूर्व विधायक डुमरी शिवा महतो, पूर्व मंत्री मथुरा महतो, जलेश्वर महतो, भाजपा पूर्व जिलाध्यक्ष हरिप्रकाश लाटा, झरिया विधायक प्रतिनिधि अखिलेश कुमार सिंह, बाबू जैना, वाईएन उपाध्याय, महेंद्र सिंह मेनू, पार्षद चंदन महतो, झाविमो नेता योगेंद्र यादव, आरजेडी नेता अवधेश यादव, रुस्तम अंसारी, बबलू महतो, मिठाई महतो कुंडल, सुंदर लाल महतो, जितेंद्र मिश्रा, सतीश चंद्र झा, सीताराम महतो, जिला प्रशासन से धनबाद के उपायुक्त अमित कुमार, एसडीएम राज महेश्वरम, ग्रामीण एसपी पी जनार्दन, एडीएम सप्लाई संदीप गोराई, झरिया सीओ राजेश कुमार, बीडीओ निरसा मुकेश कुमार बाउरी, डीएसपी पीके केशरी, जोरापोखर अंचल निरीक्षक अखिलेश कुमार आदि उपस्थित थे।