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डीसी लाइन के जख्मों पर मरहम लगाएगी कतरास-निचितपुर लिंक लाइन

केंद्रीय रेले मंत्री पीयूष गोयल 13 अक्टूबर को धनबाद आए थे। यहां से रांची जाने के बाद मुख्यमंत्री रघुवर दास ने रेल मंत्री से डीसी लाइन के विकल्प पर काम तेज करने का अनुरोध किया था।

By mritunjayEdited By: Published: Mon, 22 Oct 2018 10:30 AM (IST)Updated: Mon, 22 Oct 2018 10:30 AM (IST)
डीसी लाइन के जख्मों पर मरहम लगाएगी कतरास-निचितपुर लिंक लाइन
डीसी लाइन के जख्मों पर मरहम लगाएगी कतरास-निचितपुर लिंक लाइन

धनबाद, जेएनएन। 15 जून 2017 से बंद धनबाद-चंद्रपुरा रेल लाइन के चालू होने की संभावना पूरी तरह खत्म हो गई है। इस बाबत केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल और रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अश्विनी ने भी स्थिति साफ कर दी है। इसके बाद रेलवे दूसरे विकल्पों पर काम कर रहा है। दिसबंर तक कतरासगढ़-निचितपुर लिंक लाइन चालू होने की संभावना है। इस लाइन पर कतरासगढ़ से रांची के बीच मेमू का परिचालन होगा। यह परिचालन कतरासवासियों के जख्मों पर मरहम का काम करेगा।

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कतरास-निचितपुर लिंक लाइन चालू करने की कवायद तेजः केंद्रीय रेले मंत्री पीयूष गोयल 13 अक्टूबर को धनबाद आए थे। यहां से रांची जाने के बाद मुख्यमंत्री रघुवर दास ने रेल मंत्री से डीसी लाइन के विकल्प पर काम तेज करने का अनुरोध किया था। इसके बाद रेलवे ने कतरासगढ़-निचितपुर लिंक लाइन चालू करने की कवायद तेज कर दी है। रेलवे के कर्मचारियों द्वारा कतरासगढ़ से निचितपुर लिंक लाइन में ट्रैक, हाईटेंशन तार दुरुस्त करने का कार्य शुरु कर दिया गया है। निचितपुर हॉल्ट के समीप से कलाली फाटक तक पीडब्लूआइ विभाग द्वारा लिंक लाइन का मेंटनेंस शुरू किया गया। कर्मियों द्वारा रेलवे ट्रैक के दोनों ओर से घास काट कर हटाया जा रहा है। उसके अगल-बगल पड़ी गिट्टी हटाई जा रही है। रविवार को कलाली फाटक के समीप तक पटरी का निरीक्षण किया गया।

कतरास-रांची के बीच चलेगी ईएमयूः धनबाद रेल मंडल के डीआरएम अनिल कुमार मिश्रा पिछले दिनों अपने अधीनस्थ अधिकारियों की टीम के साथ निचितपुर हॉल्ट से ट्रॉली से लिंक लाइन का निरीक्षण करते हुए कतरासगढ़ स्टेशन पहुंचे थे। वहां उन्होंने दिसंबर माह तक मेमू ट्रेन चालू करने की घोषणा की थी। यह ट्रेन कतरासगढ़ से निचितपुर होते हुए रांची जाएगी। दूसरे दिन सोमवार को संबंधित विभाग के अधिकारियों की टीम ने ट्रैक का सर्वे व मापी कर स्थल को चिह्नित किया। छाताबाद पुल से लेकर डायमंड क्रासिंग तक की दूरी और मालगाड़ी वाली ट्रेक को देखा तथा बगल के सेडंम लाइन को पुन: कार्य रूप में लाने पर मंथन किया गया। सेडंम लाइन के बगल में पडऩे वाली नाली तथा अवैध रूप से निर्मित आवासों को हटाने पर भी चर्चा की गई। लिंक लाइन के दायीं ओर अवैध निर्माण है। अधिकारियों ने अतिक्रमण शीघ्र हटाने को निर्देश दिया था। कतरासगढ़-निचितपुर लिंक लाइन के मरम्मत कार्य को देख कर लोगों में ट्रेन चालू होने की उम्मीद जगी है।डीसी लाइन बंद होने से सबसे ज्यादा प्रभाव कतरास पर पड़ा। धनबाद और चंद्रपुरा के बीच सबसे घनी आबादी वाला क्षेत्र कतरास ही है। यहां 26 जोड़ी मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव होता था। मेमू के चालू होने के बाद उम्मीद की जा सकती है कि भविष्य कतरासगढ़ को और रेल गाड़ी मिल सकती है। 


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