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हाथियों के सामने मशाल लेकर जाता तो बच जाता राईका

संस, टुंडी : टुंडी पहाड़ी तराई स्थित बिरंची गांव में हाथियों के झुंड ने बुधवार रात प्रशि

By JagranEdited By: Published: Thu, 23 Aug 2018 08:38 PM (IST)Updated: Thu, 23 Aug 2018 08:38 PM (IST)
हाथियों के सामने मशाल लेकर जाता तो बच जाता राईका
हाथियों के सामने मशाल लेकर जाता तो बच जाता राईका

संस, टुंडी : टुंडी पहाड़ी तराई स्थित बिरंची गांव में हाथियों के झुंड ने बुधवार रात प्रशिक्षित मशालची राईका सोरेन को मार डाला। घटना के बाद से गांव में मातम पसरा है। परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। गुरुवार को वन विभाग द्वारा लाश को पोस्टमार्टम के लिए धनबाद भेजा गया व मृतक के परिजनों को तत्काल 25 हजार रुपये दिए गए। सूचना पाकर टुंडी सीओ प्रमेश कुशवाहा पहूंचे एवं मृतक के परिजनों को ढांढस बधाते हुए एक पॉकेट चावल एवं मिट्टी का तेल दिया। पूर्व विधायक मथुरा महतो, झामुमो के युवा नेत्री मीणा हेम्ब्रम भी पीड़ित परिवार को सांत्वना दी।

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स्थानीय लोगों की मानें तो बुधवार की रात बिरंची गांव में हाथियों के झुंड ने गांव में तितर- बितर होकर धावा बोल दिया। इसकी भनक लगते ही मशालची टीम भी पहुंच कर झुंड को खदेड़ना प्रारंभ किया। इसी बीच प्रशिक्षित मशालची राईका सोरेन अपने भाई अजय सोरेन, तथा अन्य साथियों माने हांसदा एवं चादेलाल बेसरा के साथ बगैर मशाल जलाए घर से निकल गया। ये लोग कुछ दूर पहुंचे कि हाथियों का झुंड दिखाई दिया। अन्य साथियों ने कीचड़ सनी खेत में कूद कर जान बचाई। जबकि राईका सोरेन सीधे रास्ते में दौड़ गया। सूखा रास्ते की वजह से एक हाथी ने उसे सूंड में पकड़ लिया। पकड़ने के बाद 100 फीट तक ले जाकर सभी हाथियों ने उसे कुचल कर मार डाला।


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