SAIL: कोरोना काल में भी आर्थिक स्थिति पटरी पर, भिलाई स्टील नगद कैश कलेक्शन में अव्वल
सेल की चेयरमैन सोमा मंडल विपणन विभाग की मॉनिटरिंग स्वयं कर रही है। जिससे परिणामस्वरूप चालू वित्तीय वर्ष के अंतिम तिमाही तक सेल को लगभग छह हजार करोड़ का वार्षिक मुनाफा होने की पूरी संभावना है। इसकी घोषणा सोमा मंडल 13 मई को सेल बोर्ड की मीटिंग में करेगी।
बोकारो, जेएनएन। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड सेल मुख्यालय द्वारा अप्रैल माह में सभी इकाई को दिए गए कैश कलेक्शन में इस बार भिलाई इस्पात संयंत्र अव्वल रहा। जबकि पिछले कई माह से नगद संग्रह में पहले नंबर पर रहने वाली बोकारो इस्पात संयंत्र एक पायदान नीचे खींसकर दूसरे नंबर पर आ गई। सेल मुख्यालय अप्रैल माह में सभी इकाई को 7850 करोड़ रुपये का लक्ष्य नगद संग्रह के मद में दी थी। जिसे सभी छोटी-बड़ी यूनिट ने मिलजुल कर 7837.88 करोड़ रुपये हासिल कर ली है। इस्को-बर्नपुर इस्पात संयंत्र ने दुर्गापुर इस्पात संयंत्र को मात देते हुए कैश कलेक्शन में 826.45 करोड़ रुपये बटोर लिया है। कंपनी के बेहतर कैश कलेक्शन के लिए इस्पात बाजार में स्ट्रक्चरल प्रोडक्ट की डिमांड को बताया जा रहा है। जिस पर शुरू से ही कंपनी की तीनों महत्वपूर्ण इकाई भिलाई, बोकारो व राउरकेला इस्पात संयंत्र का शुरू से फोकस रहा है।
सेल की चेयरमैन सोमा मंडल विपणन विभाग की मॉनिटरिंग स्वयं कर रही है। जिससे परिणामस्वरूप चालू वित्तीय वर्ष के अंतिम तिमाही तक सेल को लगभग छह हजार करोड़ का वार्षिक मुनाफा होने की पूरी संभावना है। इसकी घोषणा सोमा मंडल 13 मई को सेल बोर्ड की मीटिंग में करेगी। मालूम हो की वैश्विक महामारी कोरोना व लॉकडाउन के चलते बीते वर्ष सेल का बाजार थम सा गया था। फिर जैसे-जैसे देश की अर्थ व्यवस्था पटरी पर आने तो सेल के बाजार ने रफ्तार पकड़ लिया। सेल ने अप्रैल माह में घरेलू कारोबार कर 7212.50 करोड़ रुपये तथा निर्यात कर 625.38 करोड़ रुपये अर्जित की है। जबकि कंपनी का कुल कैश कलेक्शन 7837.88 करोड़ रुपये हुआ है।
कहां कितना हुआ कैश कलेक्शन
- भिलाई इस्पात संयंत्र 2223.66 करोड़।
- बोकारो इस्पात संयंत्र 2094.66 करोड़।
- राउरकेला इस्पात संयंत्र 1725.87 करोड़।
- इस्को-बर्नपुर इस्पात संयंत्र 826.45 करोड़।
- दुर्गापुर इस्पात संयंत्र 711.44 करोड़।
- सलेम इस्पात संयंत्र 193.66 करोड़।
- एलॉय इस्पात संयंत्र 39.78 करोड़।
- विश्वेश्वरैया आयरन इस्पात संयंत्र 22.36 करोड़।