हैवी ब्लास्टिग से बंगाल-बिहार धौड़ा के आवासों का छप्पर टूटा, ग्रामीणों ने ठप कराई ब्लास्टिग
मुगमा ईसीएल मुगमा क्षेत्र के कापासारा आउटसोर्सिग में बुधवार को हैवी ब्लास्टिग करने से शनिवार को उड़े पत्थर से बंगाल-बिहार धौड़ा के करीब चार लोगों आवास का छप्पर टूट गया। इससे लोगों के बीच अफरा तफरी मच गई। वहीं आवास के अंदर व बाहर बैठे कई लोग बाल-बाल बच गए।
मुगमा : ईसीएल मुगमा क्षेत्र के कापासारा आउटसोर्सिग में बुधवार को हैवी ब्लास्टिग करने से शनिवार को उड़े पत्थर से बंगाल-बिहार धौड़ा के करीब चार लोगों आवास का छप्पर टूट गया। इससे लोगों के बीच अफरा तफरी मच गई। वहीं आवास के अंदर व बाहर बैठे कई लोग बाल-बाल बच गए। लेकिन आवास के बाहर बंधे पशुओं को चोटें लगी हैं। इससे आक्रोशित ग्रामाीणों ने आउटसोर्सिग का ब्लास्टिग कार्य बंद करा दिया। बता दें कि कापासारा आउटसोर्सिंग से महज 70 फीट के दूरी पर करीब 70 आवास है। शनिवार की दोपहर करीब दो बजे आउटसोर्सिंग में ब्लास्टिग की गई। इससे बड़े-बड़े पत्थर धौड़ा के अजय यादव, अजय सिंह, संजय सिंह, कपिल महतो सहित अन्य लोगों के आवास पर गिरा। जिससे सभी लोगों के छप्पर व एडबेस्टर टूट गया। इससे पूर्व सात बार ऐसी घटनाएं घट चुकी है। कई घरों में दरारें पड़ चुकी हैं। ग्रामीणों का कहना है कि इस बार ग्रामीण प्रबंधन से आर-पार की लड़ाई लड़ने को तैयार है। ग्रामीणों ने कहा कि ईसीएल प्रबंधन ब्लास्टिग कार्य में लगे अधिकारियों व कर्मियों पर कार्रवाई करें अन्यथा ब्लास्टिग नहीं करने दिया जाएगा। घटना की सूचना पाकर वृदांवनपुर पंचायत मुखिया विमल रवानी भी पहुंचकर आवासों का निरीक्षण किया। उन्होंने भी ब्लास्टिग कार्य में लगे अधिकारियों व कर्मियों पर कार्रवाई की मांग ईसीएल प्रबंधन से की। वहीं ब्लास्टिग बंद किये जाने के सूचना पर आउटसोर्सिंग अधिकारी पप्पू सिंह पहुंचे। उन्होंने सुरक्षित ब्लास्टिग करने का भरोसा दिया। परंतु ग्रामीणों ने कहा कि ब्लास्टिग के समय सभी अधिकारी मौजूद रहे तो ही ब्लास्टिग करने दिया जाएगा। विरोध करने वालों में काशीनाथ शर्मा, दीपक सिंह, अजय महतो, अभिजित मुखर्जी, रामानंद सिंह, राजू महतो, राजू यादव, अमित शर्मा सहित दर्जनों ग्रामीण शामिल थे।
सुरक्षित ब्लास्टिग का मिला था आश्वासन : बीते आठ सितंबर को हैवी ब्लास्टिग से अभिजीत मुखर्जी के आवास का एडबेस्टर को तोड़ते हुए पत्थर आवास के अंदर जा गिरा था। जिसमें उनकी मां व बच्चे बाल-बाल बच गए थे। तब आउटसोर्सिंग कार्य बंद करा दिया गया था। उस दौरान नौ सितबर को कोलियरी प्रबंधन, आउटसोर्सिंग प्रबंधन व ग्रामीणों के बीच बैठक हुई थी। उक्त बैठक में कोलियरी अभिकर्ता एससी मित्रा, आउटसोर्सिंग प्रबंधन मैनेजर राय ने पूरी सुरक्षा के साथ ब्लास्टिग करने का आश्वासन दिया था। बावजूद अनुपालन नहीं किया जा रहा है।
कई बार हैवी ब्लास्टिग से ग्रामीणों को हुआ नुकसान : 24 अप्रैल, 26 अप्रैल, 8 सितंबर, 25 सितंबर, 17 नवंबर, 12 दिसंबर 2019, 27 जनवरी, 22 फरवरी 2020 तक हुए ब्लास्टिग से लोगों को नुकसान उठाना पड़ा। ग्रामीणों ने बताया कि कापासारा आउटसोर्सिंग में सुरक्षित ब्लास्टिग कराने को ले ईसीएल के वरीय अधिकारियों से लेकर जिला प्रशासन के वरीय अधिकारियों को पत्र भेज चुके हैं। इसके बावजूद ईसीएल व जिला प्रशासन हैवी ब्लास्टिग पर अंकुश नहीं लगा पाया।