बैंड-बाजे के साथ विदा हो गई मां
धनबाद : कोयलांचल में दुर्गोत्सव उत्साह, उमंग व उल्लास के साथ संपन्न हो गया। धनबाद शहर, बरव
धनबाद : कोयलांचल में दुर्गोत्सव उत्साह, उमंग व उल्लास के साथ संपन्न हो गया। धनबाद शहर, बरवाअड्डा, गोविंदपुर, भूली, केंदुआ, पुटकी, झरिया, निरसा, चिरकुंडा व कतरास सहित सभी इलाके में अगले बरस फिर आना मां के साथ मां दुर्गा को विदाई दी गई। ढोल बैंड बाजे के साथ मां अंबे की प्रतिमाएं शहर के प्रमुख तालाबों में विसर्जित की गई।
शुक्रवार को शहर के झारूडीह, कॉर्मल स्कूल, हीरापुर हरी मंदिर, हीरापुर दुर्गा मंदिर, हीरापुर चिल्ड्रेन पार्क, रानीबांध, बरटांड़, हाउसिंग कॉलोनी, सीएमपीएफ कॉलोनी, डीजीएमएस कॉलोनी आदि जगहों की प्रतिमाएं पंपू तालाब सहित रानीबांध तालाब में विसर्जित की गई। वहीं लुबी सर्कुलर रोड, बैंकमोड़, दरी मोहल्ला डीएवी स्कूल रोड, पुराना बाजार रतनजी रोड, तेतुलतल्ला मैदान, न्यू स्टेशन रेलवे कॉलोनी, बैंकमोड़ दुर्गा पूजा समितियों ने शनिवार को प्रतिमाएं विसर्जित कीं। स्टीलगेट व झारखंड मैदान में रविवार को प्रतिमा विसर्जित होगी।
महिलाओं ने सिंदूर खेला का उठाया आनंद
दशमी को सिंदूर खेला का बड़ा महत्व है। सुहागिन महिलाएं मां दुर्गा को सिंदूर अर्पित कर विदाई देती हैं। इस दौरान महिलाएं एक-दूसरे को भी सिंदूर लगाती हैं। पहले यह ज्यादातर बंगाली समुदाय की महिलाएं खेलती थीं, पर अब यह सभी जगह प्रचलित हो चुका है। शुक्रवार को दशमी पर महिलाओं ने सिंदूर खेला का खूब आनंद उठाया। सिंदूर खेल महिलाओं ने मां दुर्गा को विदाई दी। हीरापुर हरी मंदिर, दुर्गा मंदिर, हीरापुर चिल्ड्रन पार्क पंडाल में सिंदूर खेला के लिए महिलाओं की बड़ी भीड़ उमड़ी। बंगाली समेत अन्य बिरादरी की सुहागन महिलाओं ने एक-दूसरे को सिंदूर लगाया। मौके पर उपस्थित युवतियों ने भी सिंदूर खेला का आनंद उठाया। महिलाओं को सिंदूर लगाकर एक-दूसरे को विजयादशमी की बधाई दी।