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Durga Puja 2022: धनबाद में आठ जगहों पर जलेगा रावण, सिंदरी में पिछले 67 साल से हो रहा रावण दहन

असत्य पर सत्य की जीत विजयदशमी का महापर्व बुधवार को धूमधाम से मनाया जाएगा। धनबाद में एक-दो नहीं आठ जगहों पर रावण दहन होगा। कहीं छह-सात वर्षों से तो कहीं 67 वर्षों से रावण दहन कार्यक्रम होता आया है। सिंदरी में रावण दहन का कार्यक्रम सबसे पुराना है।

By Jagran NewsEdited By: Deepak Kumar PandeyPublished: Tue, 04 Oct 2022 02:47 PM (IST)Updated: Tue, 04 Oct 2022 02:47 PM (IST)
Durga Puja 2022: धनबाद में आठ जगहों पर जलेगा रावण, सिंदरी में पिछले 67 साल से हो रहा रावण दहन
सिंदरी का रावण दहन कार्यक्रम जिले के साथ अविभाजित बिहार के समय से लोकप्रिय बना रहा।

जागरण संवाददाता, धनबाद: असत्य पर सत्य की जीत विजयदशमी का महापर्व बुधवार को धूमधाम से मनाया जाएगा। धनबाद में एक-दो नहीं, आठ जगहों पर रावण दहन होगा। कहीं छह-सात वर्षों से तो कहीं 67 वर्षों से रावण दहन कार्यक्रम होता आया है। सिंदरी में रावण दहन का कार्यक्रम सबसे पुराना है।

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रावण दहन महोत्सव कार्यक्रम सिंदरी के सचिव दिनेश सिंह बताते हैं कि यहां पिछले 67 वर्षों से रावण दहन हो रहा है। सिंदरी में रावण दहन 1955 में भारतीय उर्वरक निगम के आगाज के समय शुरू हुआ। 1960 के दशक में अपने चरम पर पहुंच गया और 1970 के दशक तक कायम रहा। 1980 के दशक के आसपास भारतीय उर्वरक निगम के घाटे के समय चमक कम जरूर हुई, लेकिन रावण दहन कार्यक्रम अनवरत होता रहा। सिंदरी का रावण दहन कार्यक्रम जिले के साथ अविभाजित बिहार के समय से लोकप्रिय बना रहा।

धनबाद की बात करें तो सिंदरी में जिले का सबसे भव्य रावण दहन कार्यक्रम होता है। इधर वैश्विक महामारी कोरोना के कारण लगातार दो वर्ष तक सिंदरी के अलावा झरिया के कांड्रा, पाथरडीह, मोहन बाजार, भौंरा और बलियापुर में रावण दहन महोत्सव नहीं हो सका था। अभी तक चार बार ऐसा हुआ, जब सिंदरी में रावण दहन का कार्यक्रम नहीं हो सका। पहली बार झरिया के पूर्व विधायक सूर्यदेव सिंह के निधन पर 1991 में रावण दहन नहीं हुआ। इसके बाद शहरपुरा शिव मंदिर समिति के अध्यक्ष प्रभुनाथ सिंह के निधन पर 2017 में रावण दहन नहीं हो सका। फिर कोरोना काल के दौरान वर्ष 2020 और 2021 में रावण दहन कार्यक्रम सरकार के निर्देश पर स्थगित करना पड़ा। कोरोना काल के खत्म होते ही पहले से अधिक उत्साह के साथ सिंदरी में रावण दहन कार्यक्रम का आयोजन इस वर्ष फिर से भव्यता के साथ होने जा रहा है। सिंदरी के साथ ही मोहन बाजार पाथरडीह में लगभग 35 वर्षों से, कांड्रा में 40, भौंरा में 40 वर्ष, बाघमारा में 30, परसबनिया में 25, प्रधानखंता में 30 और धनबाद क्लब में पिछले छह वर्षों से रावण दहन कार्यक्रम होता आ रहा है।

कांड्रा में 35 फीट तो पाथरडीह में 40 फीट का रावण दहन

कांड्रा मजदूर हाई स्कूल मैदान में लगभग 35 फीट का रावण का पुतला दहन होगा। तपन सिंह ने बताया कि रावण दहन के पूर्व राम, लक्ष्मण व हनुमान की भव्य झांकी निकलेगी। यंग एसोसिएशन मोहन बाजार पाथरडीह की ओर से भी आतिशबाजी के साथ रावण दहन किया जाएगा। बलियापुर के कलाकारों ने 40 फीट के रावण पुतला बनाया है। भौंरा गौरखूंटी मैदान में भी रावण दहन की तैयारी है। यहां 40 फीट ऊंचा रावण जलेगा। बाघमारा, परसबनिया व प्रधानखंता दुर्गा मंदिर प्रांगण में भी विजयादशमी के अवसर शाम को पूजा कमेटी की ओर से रावण दहन कार्यक्रम होगा।


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