Dumka & Bermo Byelection: 29 को होगी तारीख की घोषणा, जदयू ने भाजपा पर बनाया दबाव
झारखंड प्रदेश जदयू ने दुमका सीट पर दावा ठोका है जबकि बेरमो भाजपा के लिए छोड़ी है। उन्होंने कहा कि जदयू का प्रस्ताव यदि भाजपा मानने से इन्कार करती है तो पार्टी मजबूरन दुमका उपचुनाव लडऩे को बाध्य हो सकती है।
रांची, जामताड़ा, जेएनएन। झारखंड की दो विधानसभा सीटों दुमका और बेरमो पर उपचुनाव की घोषणा अब 29 सितंबर को होगी। पहले यह माना जा रहा था कि बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही इन दोनों सीटों पर उपचुनाव की घोषणा कर दी जाएगी, लेकिन शुक्रवार को उपचुनाव की घोषणा नहीं हुई। भारत निर्वाचन आयोग की ओर से 29 सितंबर को विधानसभा की 64 एवं लोकसभा की एक सीट पर होने वाले उपचुनाव की तिथि की भी घोषणा की जाएगी। दूसरी तरफ जदयू ने भाजपा पर दबाव बना दिया है। वह दुमका विधानसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहता है। बता दें कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा इस्तीफा देने से दुमका और पूर्व मंत्री राजेंद्र प्रसाद सिंह के निधन से बेरमो सीट रिक्त हुई है। हेमंत ने बरहेट से भी विस चुनाव लड़ा था और दोनों सीटों पर जीत दर्ज की थी। बाद में दुमका से इस्तीफा दे दिया।
जदयू का दुमका पर दावा, भाजपा के लिए बेरमो
झारखंड प्रदेश जदयू ने दुमका सीट पर दावा ठोका है जबकि बेरमो भाजपा के लिए छोड़ी है। प्रदेश अध्यक्ष सालखन मुर्मू ने यहां शुक्रवार को पत्रकारों को बताया कि उपचुनाव के मद्देनजर दुमका से जदयू और बेरमो से भाजपा के उम्मीदवार को चुनाव लडऩे का प्रस्ताव भेजा गया है।
हेमंत सरना धर्म विरोधी
उन्होंने हेमंत सरकार को डोमिसाइल, सरना धर्म विरोधी बताया। उन्होंने कहा कि जदयू का प्रस्ताव यदि भाजपा मानने से इन्कार करती है तो पार्टी मजबूरन दुमका उपचुनाव लडऩे को बाध्य हो सकती है। इससे जदयू और भाजपा गठबंधन में पेच फंस सकता है। हालांकि सालखन ने यह भी कहा कि जदयू और भाजपा मिलकर उपचुनाव लडऩे की तैयारी कर रही हैं। उन्होंने बिहार चुनाव के बारे में कहा कि चिराग पासवान गठबंधन से अलग होकर लड़ेंगे तो उनका हाल आजसू जैसा होगा।