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पांच दिनों से पेय जल के लिए त्राहिमाम है झरिया की आवाम, खरीदकर लोग पी रहे पानी Dhanbad News

लोगों का कहना है कि जल संयंत्र में आयेदिन तकनीकी गड़बड़ी से जलापूर्ति ठप रहती है। कभी यहां के मोटर पंप इटेकवेल में तकनीकी गड़बड़ी होती है तो कभी दामोदर नदी में शैवाल।

By Sagar SinghEdited By: Published: Tue, 24 Dec 2019 04:49 PM (IST)Updated: Tue, 24 Dec 2019 04:49 PM (IST)
पांच दिनों से पेय जल के लिए त्राहिमाम है झरिया की आवाम, खरीदकर लोग पी रहे पानी Dhanbad News
पांच दिनों से पेय जल के लिए त्राहिमाम है झरिया की आवाम, खरीदकर लोग पी रहे पानी Dhanbad News

धनबाद, जेएनएन। झमाडा के जामाडोबा जल संयंत्र में पाइप लाइन के क्षतिग्रस्त होने से झरिया शहर व इसके आसपास के क्षेत्रों में लगातार छठे दिन भी जलापूर्ति ठप रही। लाखों लोगों में हाहाकार मचा है। सबसे अधिक परेशानी घर की महिलाओं व बच्चों को रही है। महिलाओं का कहना है कि पानी के बिना घर का कोई काम नहीं हो पा रहा है। जल संकट के कारण पानी खरीदकर पीने को मजबूर हैं। सरकार वादा तो करती है, लेकिन उसे निभाती नहीं है।

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लोगों का कहना है कि जल संयंत्र में आयेदिन तकनीकी गड़बड़ी से जलापूर्ति ठप रहती है। कभी यहां के मोटर पंप, इटेकवेल में तकनीकी गड़बड़ी होती है तो कभी दामोदर नदी में शैवाल। कभी पाइप में खराबी तो कभी बिजली की समस्या बनी रहती है। इसका खामियाजा आम लोगों को उठाना पड़ता है। एक वर्ष में एक दर्जन से भी अधिक बार जल संयंत्र में तकनीकी गड़बड़ी से जलापूर्ति ठप रही। संयंत्र की हालत दयनीय है। लाखों लोगों को पानी की समस्याओं से आयेदिन जूझना पड़ता है।

झरिया की मंजू शर्मा ने कहा कि पानी की समस्या ने जीना मुश्किल कर दिया है। गंभीर जल संकट से जूझ रहे हैं। खाना बनाने के लिए पानी खरीदना पड़ रहा है। सरकार व झमाडा प्रबंधन लापरवाह बने हैं। पांच दिनों से पानी नहीं मिलने के कारण खून के आंसे रो रहे हैं। उषा शर्मा का कहना है कि झमाडा प्रबंधन व जिला प्रशासन को शीघ्र जलापूॢत की पहल करनी चाहिए। महिलाएं पांच दिनों से पानी के बिना त्राहि-त्राहि कर रही हैं। झरिया के अधिकांश घरों में झमाडा के नल हैं। झरिया में जलापूर्तित की समस्या आयेदिन बनी रहती है।

पानी भरने में निकल जाता है दिन, नहीं हो पा रही पढ़ाई : शहर की सोनी कौर ने कहा कि झरिया में पानी की समस्या ने जीना दूभर कर दिया है। बच्चे व परिवार के लोग पानी के बिना स्नान तक नहीं कर पा रहे हैं। किसी प्रकार जमा पानी से खाना बना रहे हैं। जमा पानी भी खत्म होने लगा है। कल से क्या करेंगे इसकी चिंता है। छात्रा माणिक मल्लिक का कहना है कि सुबह से ही घर के लिए पानी भरना पड़ता है। कई दिनों से पढ़ाई भी ठीक से नहीं हो पा रही है।

बुधवार से शुरू होगी झरिया में जलापूर्ति : जल संयंत्र के एसडीओ पंकज झा ने कहा कि जामाडोबा जल संयंत्र की क्षतिग्रस्त जलापूर्ति पाइप की मरम्मत हो गई है। पानी चालू करने के बाद लीकेज होने लगा है। उसकी मरम्मत की जा रही है। बुधवार की सुबह तक झरिया में जलापूर्ति की जाएगी।


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