गोविंदपुर अंचल-2 से आठ वर्षों का अभिलेख गायब, 14 बीईईओ कार्रवाई की जद में
प्राथमिक विद्यालय बड़ाजमुआ के सहायक शिक्षक को विभागीय कार्रवाई के अधीन रखते हुए निलंबित कर दिया गया था। शिक्षक 27 वर्षों तक निलंबित रहे और 2010 में सेवानिवृत्त भी हो गए।
धनबाद, जेएनएन। गोविंदपुर-2 के प्राथमिक विद्यालय बड़ाजमुआ के शिक्षक के 27 वर्षों तक निलंबित रहते हुए सेवानिवृत्त होने के मामले में बड़ा खुलासा। प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी कार्यालय गोविंदपुर अंचल-2 में 1983 से 31 मार्च 1990 तक का अभिलेख ही नहीं है। चार अप्रैल 1991 से अभी तक अभिलेख यहां मौजूद है। 1991 से 2010 तक छह बीईईओ इस पूरे प्रकरण में कार्रवाई की जद में आ रहे हैं। दरअसल प्राथमिक विद्यालय बड़ाजमुआ, गोविंदपुर-2 के सहायक शिक्षक 27 वर्षों तक निलंबित रहते हुए ही सेवानिवृत्त हो गए। इस मामले में आरडीडीई ने संबंधित प्रखंड के प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी (बीईईओ) को दोषी माना और निलंबित शिक्षक के सेवाकाल 1983 से लेकर 2010 तक का समस्त अभिलेख मांग लिया। इस कार्यकाल में लगभग 14 बीईईओ कार्रवाई की जद में हैं, लेकिन 1991 से अभी तक के अभिलेख में छह बीईईओ की ही जानकारी मिल रही है। यहां बता दें कि प्राथमिक विद्यालय बड़ाजमुआ के सहायक शिक्षक को विभागीय कार्रवाई के अधीन रखते हुए निलंबित कर दिया गया था। शिक्षक 27 वर्षों तक निलंबित रहे और 2010 में सेवानिवृत्त भी हो गए। इस मामले में घोर लापरवाही उजागर हुई। इसमें सीधे तौर पर सेवाकाल के बीईईओ को जिम्मेवार माना गया। तत्कालीन लिपिक को भी लापरवाही की श्रेणी में रखा गया है।
1991 से 31 मार्च 2018 तक कार्यरत बीईईओ
- श्याम सुंदर प्रसाद : चार अप्रैल 1991 से 31 दिसंबर 1995
- महाबीर पासवन : एक जनवरी 1996 से 31 दिसंबर 2003
- विजय कुमार : एक जनवरी 2004 से 31 दिसंबर 2017
- दिलीप कुमार मांझी : एक जनवरी 2008 से 31 मार्च 2009
- राम विलास महतो : नौ अप्रैल 2009 से 30 सितंबर 2009
- केशव प्रसाद : एक जनवरी 2010 से 21 मई 2014
- अशोक प्रसाद : 12 जुलाई 2014 से 13 अगस्त 2018
- सचिंद्रनाथ ठाकुर : 14 अगस्त 2018 से अभी तक
आरडीडीई ने शिक्षक के निलंबित रहते हुए सेवानिवृत्त होने के मामले में 1983 से 2010 तक कार्यरत बीईईओ की जानकारी मांगी थी। यह जानकारी विभाग को उपलब्ध करा दी गई है।
- विनीत कुमार, डीएसई