डॉक्टरों के विरोध के आगे झुका जिला प्रशासन, चुनाव ड्यूटी से मिली मुक्ति Dhanbad News
अधिकारियों की मानें तो चुनाव डयूटी में कुल 256 नर्स 60 डॉक्टर 40 क्लर्क सहित कई और लोग शामिल थे। इन लोगों के चुनाव कार्य में शामिल होने से स्वास्थ्य सेवा प्रभावित होनी तय थी।
धनबाद, जेएनएन। धनबाद के 350 डॉक्टर व कर्मियों को चुनाव में डयूटी नहीं करनी होगी। स्वास्थ्य केंद्रों, पीएमसीएच व एसएसएलएनटी अस्पताल के डॉक्टरों व कर्मी विगत एक माह से चुनाव में ड्यूटी लगने का विरोध कर रहे थे। डॉक्टर-कर्मियों ने इस बाबत स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव के पत्र का भी हवाला दिया था। इसमें कहा गया था कि चिकित्सकीय सेवा इमरजेंसी सेवा हैं। इसमें डॉक्टर, नर्स, पारा मेडिकल सहित अन्य को नहीं लिया जा सकता है। अब जिला निर्वाचन विभाग से राहत मिलने के बाद सभी ने राहत की सांस ली है।
256 नर्स, 60 डॉक्टर, 40 क्लर्क : विभागीय अधिकारियों की मानें तो चुनाव डयूटी में कुल 256 नर्स, 60 डॉक्टर, 40 क्लर्क सहित कई और लोग शामिल थे। इन लोगों के चुनाव कार्य में शामिल होने से स्वास्थ्य सेवा प्रभावित होने की आशंका उत्पन्न हो गई थी।
2004 की घटना के बाद ड्यूटी नहींः वर्ष 2004 में विधान सभा चुनाव के दौरान डॉ. अजय कुमार नक्सली हमले में शहीद हो गये थे। इसके बाद से चुनावी ड्यूटी में डॉक्टरों को नहीं लगाया जाने लगे। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ने आदेश जारी कर इमरजेंसी सेवा के डॉक्टरों व कर्मियों को चुनावी ड्यूटी से मुक्त करने को कहा था।
चुनाव कार्य से डॉक्टरों व कर्मियों को राहत दी गयी है। अब सभी अपने-अपने स्वास्थ्य केंद्रों व अस्पतालों में सेवा देंगे।
-डॉ. गोपाल दास, सिविल सर्जन, धनबाद