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अव्यवस्था के बीच शिविर में 462 दिव्यांगों की हुई जांच

निरसा निरसा प्रखंड सभागार में बुधवार को दिव्यांग जांच शिविर का आयोजन किया गया। इसमें लगभग 600 दिव्यांगों ने जांच के लिए आवेदन दिया। इसमें लगभग 462 दिव्यांगों की जांच की गई।

By JagranEdited By: Published: Thu, 27 Feb 2020 04:30 AM (IST)Updated: Thu, 27 Feb 2020 06:16 AM (IST)
अव्यवस्था के बीच शिविर में 462 दिव्यांगों की हुई जांच
अव्यवस्था के बीच शिविर में 462 दिव्यांगों की हुई जांच

निरसा : निरसा प्रखंड सभागार में बुधवार को दिव्यांग जांच शिविर का आयोजन किया गया। इसमें लगभग 600 दिव्यांगों ने जांच के लिए आवेदन दिया। इसमें लगभग 462 दिव्यांगों की जांच की गई। बहुत जल्द उनलोगों को दिव्यांग प्रमाण पत्र उपलब्ध करवाया जाएगा। शिविर में नेत्र रोग के चिकित्सक के नहीं पहुंचने नेत्र से दिव्यांग व्यक्तियों की जांच नहीं हो पाई। मालूम रहे कि आठ फरवरी को सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के दौरान डीडीसी बालकिशुन मुंडा ने प्रखंड सभागार में दिव्यांग जांच एवं प्रमाण पत्र वितरण शिविर लगाने का ग्रामीणों को आश्वासन दिया था। डीडीसी के निर्देश पर बुधवार को निरसा प्रखंड सभागार में दिव्यांग शिविर का आयोजन किया गया।

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भारी अव्यवस्था के बीच शुरू हुई दिव्यांग जांच : बुधवार कि सुबह से ही दिव्यांगों का निरसा प्रखंड कार्यालय आना प्रारंभ हो गया। सभागार में जगह कम रहने के कारण आवेदन लेने के लिए अलग से व्यवस्था नहीं रहने के कारण कई दिव्यांग एवं उनके साथ आए अभिभावकों को भारी परेशानी हुई। दिव्यांगों के लिए प्रखंड कार्यालय परिसर में न तो पीने का पानी और न ही बैठने की कोई व्यवस्था की गई थी। हड्डी के डॉक्टर एसके गुप्ता साढ़े ग्यारह बजे शिविर में पहुंच गए थे। उन्होंने दिव्यांगों की जांच शुरू कर दी। लेकिन मुंह एवं कान के चिकित्सक डॉ. जयंत कुमार चक्रवर्ती लगभग एक बजे पहुंचे। वहीं आंख, नाक, कान एवं गला के चिकित्सक एक बजे तक नहीं पहुंचे, इससे कई दिव्यांग वापस लौट गए। हालांकि वीडियो विकास कुमार राय ने सभी को अपना आवेदन देने की बात कही। सभी दिव्यांगों की जांच की जाएगी।

462 गूंगे बहरे दिव्यांगों की जांच की गई : दिव्यांग शिविर में 400 हड्डी बीमारी से पीड़ित दिव्यांगों की जांच डॉ. एसके गुप्ता ने की। वहीं 62 गूंगे, बहरे दिव्यांगों की जांच डॉक्टर जयंत कुमार चक्रवर्ती ने की। वहीं आंख की बीमारी से पीड़ित दिव्यांगों ने जांच के लिए आवेदन दिया, लेकिन चिकित्सक नहीं पहुंचने का कारण उनकी जांच नहीं हो पाई। वीडियो विकास कुमार राय ने कहा कि आंख से दिव्यांग लोगों की जांच रेड क्रॉस सोसाइटी से बहुत जल्द करवाई जाएगी। 2016 में बना दिव्यांग प्रमाण पत्र, पर अब तक नहीं मिला पेंशन : खुदिया तीन नंबर निवासी दैनिक मजदूर उपेंद्र भुइयां के आठ वर्षीय पुत्र सोहन भुइयां को दिव्यांग प्रमाण पत्र वर्ष 2016 में ही सिविल सर्जन ने निर्गत किया है। उपेंद्र भुइयां एवं उनकी पत्नी ने दो-दो बार आंगनवाड़ी सेविका को दिव्यांग पेंशन के लिए आवेदन दिया। लेकिन आज तक उनके पुत्र को पेंशन का लाभ नहीं मिल रहा है। उपेंद्र भुइयां का कहना है कि सरकार दिव्यांगों को लाभ पहुंचाना चाहती है। लेकिन सरकारी मिशनरी में शामिल लोग जरूरतमंदों को इसका लाभ नहीं लेने दे रहे। वीडियो सह सीडीपीओ प्रभारी विकास कुमार राय ने कहा कि दिव्यांग आंगनबाड़ी केंद्र के माध्यम से आवेदन दें तथा इसकी सूचना मुझे भी दें उन्हें दिव्यांग पेंशन का लाभ जरूर मिलेगा।

आधार कार्ड मांगने पर बीडीओ ने लगाई फटकार : बेलकुप्पा निवासी दिव्यांग सुनीता मोदी की मां हीरा मोदी दिव्यांग शिविर में दिव्यांग प्रमाण पत्र बनवाने पहुंची। उनकी पुत्री हाथ पैर से लाचार होने के साथ ही मानसिक रूप से भी अपंग हैं। स्वास्थ्य कर्मियों ने सुनीता का आधार नहीं रहने पर उनका आवेदन नहीं लिया। इसकी जानकारी बीडीओ विकास कुमार राय को हुई, तो उन्होंने स्वास्थ्य कर्मी को झाड़ पिलाई तथा आवेदन लेकर जांच करने का निर्देश दिया।


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