व्लॉग्स बनाकर लाखों रुपये कमा रहे धनबाद के युवा
सोशल मीडिया मनोरंजन का साधन ही नहीं बल्कि रोजगार का भी जरिया बन चुका है। ...और पढ़ें

अजीत कुमार, धनबाद : सोशल मीडिया मनोरंजन का साधन ही नहीं बल्कि रोजगार का भी जरिया बन चुका है। आज के युवा पढ़ाई के साथ-साथ इस क्षेत्र में भी बेहतर विकल्प तलाश रहे हैं। तभी तो सोशल मीडिया पर अफवाहों के बाजार से दूर होकर यूट्यूब और स्नैक आदि जैसे ऐप पर वीडियो बनाकर वह लाखों रुपये कमा रहे हैं। धनबाद के कई युवा हैं जो इस क्षेत्र में बेहतर कर रहे हैं और साथ में दूसरे को प्रेरित भी कर रहे हैं।
इन्हीं में से हैं धनबाद के कुसमाटांड़ के रहने वाले मनोज दे और ज्योति श्री महतो की। ये दोनों यूट्यूबर हैं। दोनों यूट्यूब पर ब्लॉग्स बनाकर रुपये कमाने के साथ अपने क्षेत्र का भी नाम कर रहे हैं। अगर आप भी इस प्लेटफॉर्म से कमाना चाहते हैं तो इनसे प्रेरणा लेकर बेहतर काम करके पैसा कमा सकते हैं। पढि़ए यूट्यूबर ज्योति और मनोज की प्रेरक कहानी।
गुजरात गया था कमाने, वहां से लौटकर यूट्यूब में लगा : मनोज
नवंबर 2016 में मैंने अपना यूट्यूब चैनल शुरू किया था जिसका नाम है मनोज दे। इसपर आज के समय में सात सौ से ज्यादा वीडियो अपलोड कर चुका हूं। शुरुआत में काफी समस्या हुई। क्योंकि कुछ जानता नहीं था यूट्यूब के बारे में। धीरे-धीरे बहुत कुछ खुद से सीखा। कुसमाटांड़ में उस समय यूट्यूब और इससे कैसे कमाया जा सकता है ये कोई जानता भी नहीं था। कई लोगों ने मुझे देखकर यूट्यूब चैनल शुरू किया जिनकी मैंने मदद भी की। मेरे पिताजी की साइकिल बनाते थे। इंटर पास करके आइटीआइ करना था। इसके लिए मैंने अपना कंप्यूटर तक बेच दिया। कुछ दिनों तक मोबाइल की दुकान में ग्राहकों के फोन में गाने डाउनलोड करके देता था। फिर बीच में गुजरात भी गया था नौकरी करने के लिए लेकिन काम पसंद नहीं आने की वजह से एक सप्ताह में ही वहां से अपने घर लौट आया। अंतत: कुछ नहीं हुआ तो जोर-शोर से यू-ट्यूब में लग गया। आज मेरे चैनल पर 1.31 मिलियन सब्स्क्राइबर हैं। यह चीज शेयर करना नहीं चाहिए लेकिन एक अनुमान के मुताबिक पिछले दो सालों में लगभग 25 से तीस लाख रुपये मैं यूट्यूब से कमा चुका हूं। मैं एक गरीब परिवार से आता हूं। सबसे खास बात रही कि इस काम के लिए मुझे मेरे परिवार का साथ मिलता गया जिसकी वजह से आज मैं इस मुकाम तक पहुंच पाया हूं। सब्जी बेची, ठोंगा बनाया, संघर्ष के बाद मिली खुशियां: ज्योति श्री महतो
मैं एम कॉम सेकेंड सेमेस्टर में हूं। चार बहनों में मैं सबसे छोटी हूं। पिताजी बीसीसीएल में नौकरी करते हैं। शुरुआती दौर में घर की माली हालत ठीक नहीं थी। इसकी वजह से सब्जी बेचने के साथ ठोंगा भी बनाया है। पिताजी पर चार-चार बेटियों का बोझ था, लेकिन कभी उन्होंने इस चीज का एहसास नहीं होने दिया। आज समय के साथ काफी कुछ बदला है। मेरी एक बहन झरिया के सरकारी स्कूल में शिक्षक है। करीब एक साल पहले मैंने यूट्यूब चैनल बनाया था। इस चैनल को यूट्यूब पर ज्योति श्री महतो के नाम से सर्च किया जा सकता है। इसपर अभी 42 हजार से अधिक सब्स्क्राइबर हैं। शुरुआत में तो काफी मेहनत नहीं की लेकिन कोरोना की वजह से लगे लॉकडाउन ने मेरा साथ दिया जिससे आज थोड़ी बहुत पहचान मिलने लगी है। चैनल नया है लेकिन अब तक मुझे दो बार यूट्यूब से पेमेट आ चुका है। पहले पेमेट के बाद जो खुशी आई उसे बताया नहीं जा सकता है। लॉकडाउन के बाद से चैनल पर सबसे ज्यादा सक्रिय रही और पिछले छह महीने से मैं अपने चैनल पर ब्लॉग्स बना रही हूं। मुझे एक वेब सीरिज में भी काम करने का मौका मिला था लेकिन स्टोरी पसंद नहीं आने की वजह से मैंने उसे नहीं किया था।
ऐसे तैयार करें अपना चैनल : अपनी जीमेल आइडी से यूट्यूब पर लॉगइन कर क्रिएट योर चैनल के ऑप्शन पर क्लिक करें। अपना चैनल बनाएं। इसको कोई भी नाम दे सकते हैं। यूट्यूब आर्ट द्वारा चैनल पर कवर फोटो लगा सकते हैं। वीडियो की एडिटिंग करके बेहतर कैप्शन के साथ अपलोड करें। वीडियो के अंत में चैनल को सब्सक्राइब करने की सूचना भी दें।
सौ डॉलर होने पर मिलेगा पैसा : दस हजार से अधिक व्यूअर्स होने पर यूट्यूब अपके चैनल पर एड देगा। एड के माध्यम से सौ डॉलर होने पर आपके खाते में पैसा ट्रासफर किया जाएगा।
अलग होना चाहिए कंटेंट : यूट्यूबर मनोज दे ने बताया कि चैनल को शुरू करने में कोई परेशानी नहीं है। यह कोई भी कर सकता है। सबसे खास बात होता है कि आप दर्शक को क्या दिखाना चाहते हैं। लोग आपके चैनल को क्यों देखेंगे। इसलिए एक खास तरह का कुछ अलग कंटेट लेकर आएं और लगातार बने रहना होगा। क्योंकि चोरी के कंटेट या म्यूजिक को लगाने पर वीडियो पर स्ट्राइक या चैनल भी कई बार बंद हो सकता है। आपके पास एक स्मार्टफोन है और बेहतर कंटेट है तो आप भी शुरू कर सकते हैं।

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